हमारे देश की सरकार देश की जनता को सुविधा पहुंचाने के लिए कई तरह की योजनाओं की शुरुआत करती रहती है | सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं में लोगों को कई तरह सुविधाएं प्रदान की जाती है, जिससे लोगों का जीवन आसान हो जाता है | इसी तरह अब देश की योगी सरकार महिलाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार देने और बैंकिंग सुविधाओं को सशक्त करने के लिए बैंकिंग करेंस्पॉन्डेंट सखी योजना की शुरुआत करने जा रही है | सरकार 58 हजार बैंकिंग करेंस्पॉन्डेंट सखियों माध्यम से लोगों को बैंकिंग सुविधाओं में सहायता प्रदान करेगी |
इस योजना के तहत हर ग्राम पंचायत में बैंकिंग करेंस्पॉन्डेंट सखी की तैनाती की जाएगी | यह एक महत्वपूर्ण योजना है | इसलिए यदि आपको बैंकिंग सखी योजना के विषय में अधिक जानकारी नहीं प्राप्त है और आप इसके विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको बैंकिंग सखी योजना क्या है, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन – Bank Sakhi Scheme (Form) | इसकी विस्तृत जानकारी प्रदान की जा रही है |
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत तैनाती
ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग और स्वयं सहायता समूहों के बीच सखी योजना एक पुल की तरह काम करेगी और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत इनकी तैनाती की जाएगी | अब इस योजना के तहत 11 जून को बैंकिंग सखी चयन के लिए मोबाइल ऐप्लिकेशन जारी कर दिया गया है और 11 जुलाई तक इच्छुक अभ्यर्थी ऐप के माध्यम से इस योजना के आवेदन कर सकते है | राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ही बैंकिंग सखी की ब्रांडिंग करेगा | NEFT बैंकिंग सखी के लिए ड्रेस कोड की तैयारी करने में लगा हुआ है |
रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट क्या है
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद शासन ने बैंकिंग सखी के चयन के लिए निर्देशराज्य मुख्यालय दे दिया है | जब प्रमुख संवाददाता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के 58 हजार ग्राम पंचायतों में बैकिंग करेस्पांडेंट सखी तैनाती की घोषणा कर दी है, तो चयन का फैसला शासन ने भी स्वीकार कर लिया है। इनका चयन उ.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किया जाएगा | वहीं अब प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास विभाग मनोज कुमार सिंह ने बैकिंग सखी के चयन और प्रशिक्षण का कार्यक्रम की शुरआत करने के लिए मिशन के निदेशक सुजीत कुमार को निर्देशित कर दिया है।
प्रमुख सचिव ने कुछ ऐसा लिखा
इसके अलावा मिशन निदेशक को भेजे गए पत्र में प्रमुख सचिव ने लिखा है कि, “बैकिंग सखी के चयन के लिए पहली वरियता स्वयं सहायता समूह को सबसे पहले ज्वाइन करने वाली महिला जो समूह के केंद्र बिंदू के रूप में है, उसे दी जाएगी। ऐसा भी संभव है कि कोई स्वयं सहायता समूह सक्रिय नहीं हो ऐसे में उस समूह की गतिशील सदस्य को बैकिंग सखी बनाया जा सकता है। ऐसे स्वयं सहायता समूह को फिर से सक्रिय किया जा सकता है। “
यह भी हो सकता है कि, किसी ग्राम पंचायत में गरीब व कमजोर वर्ग की हिमायत करने वाली कोई महिला उद्यमशीलता रखती हो और बैंकिंग सखी के रूप में कार्य करना चाहती है तो उसे भी चयनित किया जा सकता है। इस महिला को किसी स्वयं सहायता समूह के साथ जोड़ना होता है | फिर उस महिला को शामिल करते हुए नया स्वयं सहायता समूह बनाना होता है। एनजीओ व सीएसआर की समूहों को महिलाओं को भी मौका बैकिंग सखी के लिए एनजीओ अथवा कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिल्टी (सीएसआर) के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी इसके लिए आवेदन कर सकेंगी। कर समूह में शामिल कर सकते हैं ।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन – Bank Sakhi Scheme (Form)
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए एक मोबाइल ऐप 11 जून को रोल आउट कर दिया गया है ।
- यह ऐप up BC Sakhi गूगल प्ले स्टोर पर आपको उपलब्ध होगा।
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए अभ्यर्थी को संबंधित ग्राम पंचायत का निवासी होना अनिवार्य होगा।
- इसके बाद अभ्यर्थी ऐप पर मांगे गए विवरण को भरना होगा |
- फिर अभ्यर्थी को ऐप पर पूछे गए सवालों के जवाब देने होंगे।
- इसके बाड़े जरूरी डाक्यूमेंट तथा फोटोग्राफ अपलोड कर दें ।
- चयनित बैकिंग सखी के लिए ड्रेस कोड तय किया जाएगा।
यहाँ पर हमने आपको बैंकिंग सखी योजना के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है | यदि इस जानकारी से संतुष्ट है, या फिर इससे समबन्धित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करके अपना सुझाव दे सकते है, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही उत्तर दिया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |