देश में सरकार बड़े लोगों के साथ-साथ बच्चों के लिए भी कई तरह की योजनाओं की शुरुआत करती रहती है | जिससे बड़े लोगों के साथ-साथ बच्चों को भी किसी के आगे हाथ न फैलाना पड़े और न ही कम आयु में मजदूरी या कोई अन्य काम न करना पड़े | इसलिए अब सरकार ने बच्चों के लिए एक और नई योजना की शुरुआत कर दी है | यह एक ऐसे योजना है, जिसके माध्यम से मजदूरी करने वाले और अनाथ बच्चों को सहायता प्रदान की जाएगी |
सरकारा द्वारा प्रारम्भ की इस योजना का नाम श्रमिक विद्या योजना है, जिसके तहत प्रत्येक लड़के को Rs. 1000 तथा लड़की को 1200 रुपए हर महीने प्रदान किये जाएंगे | इस योजना की शुरुआत प्रमुख रूप से बच्चों को सुविधा पहुंचाने के लिए शुरू की गई है | ताकि हर एक लड़का अपने जीवन को अच्छे तरीके से व्यतीत कर सकें | इसके अलावा जो बच्चे आठवीं, नवमी , दसवीं कक्षा की पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें यूपी सरकार द्वारा हर साल 6000 रुपए अतिरिक्त आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी | इसलिए यदि आपको बाल श्रमिक विद्या योजना से सम्बंधित अधिक जानकारी नहीं प्राप्त है और आप इसके विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको बाल श्रमिक विद्या योजना क्या है , ऑनलाइन फॉर्म – 1200 रूपये प्रतिमाह | इसकी पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है |
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बाल श्रमिक विद्या योजना का क्या मतलब है ?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शुक्रवार 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के मौके पर ‘बाल श्रमिक विद्या योजना’ की शुरुआत की है | इस योजना के माध्यम से सभी बच्चों को स्कूल भेजने के लिए सरकार 1200 रुपये प्रति माह तक का सालाना प्रदान करने का फैसला किया है | इसके साथ ही कक्षा 8, 9 और 10 पास करने वाले छात्रों को 6000-6000 रुपये की प्रोत्साहन राशि अलग से भी प्रदान की जाएगी | सीएम आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘बाल श्रमिक विद्या योजना ‘का उद्घाटन किया है | यह छोटे – छोटे बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है, जिससे अब उनका जीवन यापन करना थोड़ा आसान हो जाएगा |
वहीं, इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया है कि, इस योजना में पहले चरण में 2000 बच्चों का चयन किया गया है | इन बच्चों को स्कूल भेजने पर बालकों को प्रति माह 1000 रुपये और बालिकाओं को प्रति माह 1200 रुपये दिए जाएंगे | इनका चयन सर्वाधिक बाल श्रम से जुड़े 57 जिलो से किया गया है | यानी, 2011 की जनगणना के मुताबिक़, इन जिलों में सबसे अधिक बाल श्रमिक हैं | इसके अलावा, कक्षा 8, 9 और 10 पास करने पर छह-छह हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि अलग से भी प्रदान की जाएगी |
योजना से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी
नाम | बाल श्रमिक विद्या योजना उत्तर प्रदेश |
किसने लांच की | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी |
विभाग | श्रम विभाग |
किस मौके पर लांच की गई | बाल श्रम निषेध दिवस |
लाभार्थी | प्रदेश के बाल श्रमिक |
क्या लाभ मिलेगें | लड़के – 1000 रूपए/माह लड़की – 1200 रूपए/माह 8th, 9th और 10th पढने वाले बच्चों को 6 हजार प्रोत्साहन राशी |
उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना की मुख्य बातें –
बाल श्रमिक विद्या योजना का उद्देश्य
उत्तर प्रदेश बहुत सारे परिवार ऐसे रहते है, जिनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है , जिसकी वजह से कई परिवार के बच्चों या अनाथ बच्चों को कम उम्र से ही मजबूरन कोई न कोई काम करना पड़ जाता है | जो बच्चे अपना बचपन काम के साथ शुरू करते हैं ऐसे बच्चों का बचपन पूरी तरह नष्ट हो जाता है, क्योंकि वे समय रहते अपनी पढ़ाई नहीं कर पाते है और न ही आम बच्चों की तरह वो अपने जीवन का आनंद ले पाते है | इसलिए यूपी सरकार ऐसे ही बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए और उनकी आर्थिक तंगी को देखते हुए सरकार उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने का फैसला लिया है |
बच्चों का भविष्य होगा सुरक्षित
जा छोटे-छोटे मासूम बच्चे मजबूरी में आकर काम की शुरुआत कर देते है, तो यह उनको मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रभावित करता है | इसका बहुत अधिक असर देश, समाज पर भी पड़ता है |
आर्थिक सहायता
प्रदेश सरकार इस योजना के तहत बाल श्रमिक लड़के को 1000 रूपए एवं लड़कियों को 1200 रूपए प्रतिमाह प्रदान करेगी |
प्रोत्साहन राशी
हर महीने आर्थिक सहायता के साथ-साथ, जो बच्चें आठवीं, नौवीं एवं दसवीं में पढाई कर रहे है, उन्हें 6000 रूपए की प्रोत्साहन राशी अतिरिक्त सहायता के रूप में प्रदान की जाएगी |
2000 बच्चों का किया जाएगा चयन
अभी सरकार ने इस योजना की शुरुआत एक पायलट प्रोजेक्ट की तरह 13 मंडल के 20 जिलों में कर दी है, क्योंकि यहाँ पर 2000 बच्चे ऐसे पाए गए है, जो बाल मजदूरी कर, अपना जीवनयापन करने पर मजबूर है | इसलिए अब इस योजना के तहत सरकार ने इन बच्चों का चयन 2011 की जनगणना के आधार पर किया है वहीं, जनगणना सूचि में पाया गया है | इन 20 जिलों में सबसे ज्यादा बाल श्रमिक है, इसलिए पहले कार्य की शुरुआत यही से की गई है |
बच्चों को स्कूल भेजा जायेगा
सरकार ऐसे श्रमिक बच्चों को स्कूल भेजने का भी काम करने का फैसला किया है | इसलिए सरकार ने सालाना प्रोत्साहन राशी की भी घोषणा कर दी है, ताकि ये बच्चे स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित हो सके |
योजना की पात्रता –
- इस योजना का लाभ केवल उत्तर प्रदेश के बाल श्रम मजदूर को ही प्रदान किया जाएगा , जो चुने गए 20 जिलों में रहते है |
- योजना का लाभ 8 से 18 साल के किशोरियों को प्रदान किया जाएगा |
- जिन बच्चों के माता पिता नहीं है, या कोई एक भी नहीं उन्हें भी इस योजना में शामिल किया जाएगा |
- अगर बच्चों के माता पिता दोनों दिव्यांग है, या कोई एक भी है वह भी इस योजना का पात्र बन सकता है |
- अगर बच्चों के माता पिता गंभीर बीमारी से ग्रस्त है, उन्हें भी इस योजना में शामिल किया जाएगा |
बाल श्रमिक विद्या योजना का लाभ
सरकार ने बताया है कि, “योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले पैसे लाभार्थी के नाम पर बने अकाउंट में डायरेक्ट ट्रान्सफर किये जायेंगें |”
मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना
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