Chand Par Kon Kon Gaya Hai



जुलाई 20 वर्ष 1969, आज से लगभग 50 वर्ष पहले बहुत सारी कोशिशों के बाद किसी इंसान ने पहली बार चाँद पर अपना पहला कदम रखा। इस मिशन को अपोलो 11 नाम दिया गया। इस मिशन के बाद अंतरिक्ष के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने की मनुष्य की जिज्ञासा बढ़ा दी थी।

img-1


चाँद पर जाने वाले पहले इंसान ‘नील आर्मस्ट्रांग’ को सभी जानते हैं परंतु उसके बाद भी चाँद पर कई अंतरिक्ष यात्री जा चुके हैं। इस लेख में हम आपको जानकारी देंगे कि Chand Par Kon Kon Gaya Hai. इससे आपके ज्ञान में वृद्धि भी होगी और आप कुछ नया भी जान पाएंगे। इसलिए इस लेख के अंत तक हमारे साथ जुड़े रहें।

चन्द्र ग्रहण (Lunar Eclipse) क्या होता है

Chand Par Kon Kon Gaya Hai

अपोलो के कुल 11 मिशन हुए जिनमें से 27 अंतरिक्ष यात्रियों ने चाँद तक सफर किया और इनमें से 24 ने चाँद का चक्कर लगाया था। आपको बता दें कि इनमें से केवल 12 यात्री ही ऐसे थे जिन्होंने चाँद की सतह पर कदम रखा था। चाँद पर कदम रखने वाले व्यक्तियों की जानकारी कुछ इस प्रकार है:-



अंतरिक्ष यात्री का नाममिशन का नामदिनांक
नील आर्मस्ट्रांगअपोलो 1120 जुलाई सन् 1969
बाज एल्ड्रिनअपोलो 1120 जुलाई सन् 1969
पीट कॉनराडअपोलो 1219-20 नवंबर सन् 1969
एलन बीनअपोलो 1219-20 नवंबर सन् 1969
एलन शेपर्डअपोलो 145-6 फरवरी सन् 1971
एडगर मिशेलअपोलो 145-6 फरवरी सन् 1971
डेविड स्कॉटअपोलो 1531 जुलाई से 2 अगस्त सन् 1971
जेम्स इरविनअपोलो 1531 जुलाई से 2 अगस्त सन् 1971
जॉन यंगअपोलो 1621 से 23 अप्रैल सन् 1972
चार्ल्स ड्यूकअपोलो 1621 से 23 अप्रैल सन् 1972
यूजीन सेरननअपोलो 1711 से 14 दिसंबर सन् 1972
हैरिसन श्मिटअपोलो 1711 से 14 दिसंबर सन् 1972

नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong)

चाँद पर सबसे पहले कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong) हैं जोकि मिशन अपोलो 11 के तहत चाँद पर गए थे। नील अमेरिका के निवासी थे और यह एक वैमानिक इंजिनियर, नौसेना पायलट के साथ साथ अपोलो 11 के कमांडर थे।

इस मिशन की सफलता के बाद अमेरिका के उस समय के राष्ट्रपति निक्सन ने अपने हाथों से नील आर्मस्ट्रांग को Presidential Medal of Freedom का पुरस्कार दिया था। नील आर्मस्ट्रांग नासा के लिए काम करते थे और यह वर्ष 1971 में सेवानिवृत्त हो चुके थे।

इस मशहूर अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग का जन्म 5 अगस्त सन् 1930 को अमेरिका के वापकोनेटा में हुआ था। रिटायर होने के बाद नील आर्मस्ट्रांग कॉलेज में पढ़ाने का काम भी कर चुके हैं। आपको बता दें कि 25 अगस्त सन् 2012 को नील आर्मस्ट्रांग की मृत्यु हुई थी और उस समय इनकी आयु 82 वर्ष थी।

बज एल्ड्रिन (Buzz Aldrin)

नील आर्मस्ट्रांग के बाद बाज एल्ड्रिन दुनिया के दूसरे ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने मिशन अपोलो 11 के तहत 20 जुलाई 1969 को नील आर्मस्ट्रांग के साथ ही चाँद पर कदम रखा। बाज एक अमेरिकन नागरिक थे और वह मिशन अपोलो 11 के ल्यूनर मोड्यूल कमांडर के साथ साथ एक वैमानिक इंजीनियर थे। बाज एल्ड्रिन 20 जनवरी सन् 1930 को अमेरिका में जन्मे थे और इस समय वह फ्लोरिडा में रहते हैं।

वर्ष 2016 में जब बाज एल्ड्रिन की आयु 86 वर्ष थी तब इन्होने दक्षिणी ध्रुव की यात्रा की थी। ऐसा करने वाले यह दुनिया के सबसे ज़्यादा आयु के व्यक्ति थे। इस यात्रा के बाद बाज एल्ड्रिन मीडिया जगत में चर्चा का विषय बने और उस समय इन्होने एक ब्यान में कहा कि ‘हमने मौत को बेहद करीब से देखा’।

पीट कॉनराड (Pete Conrad)

चाँद पर कदम रखने वाले तीसरे इंसान पीट कॉनराड (Pete Conrad) थे जिन्होंने मिशन अपोलो 12 के अंतर्गत 19-20 नवंबर सन् 1969 को चाँद पर कदम रखा। अपोलो 12 के कमांडर होने के साथ साथ वह एक वैमानिक इंजीनियर भी रह चुके हैं।

वर्ष 1973 में नासा से रिटायर होने के बाद इन्होने अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया। पीट का जन्म 2 जून सन् 1930 को अमेरिका देश के Philadelphia में हुआ था और 8 जुलाई सन् 1999 को एक दुर्घटना की वजह से इनकी मृत्यु हो गई थी। आपको बता दें कि मृत्यु के समय पीट कॉनराड की आयु 69 वर्ष थी।

एलन बीन (Alan Bean)

चाँद पर कदम रखने वाले दुनिया के चौथे इंसान एलन बीन हैं जिन्होंने 19-20 नवंबर सन् 1969 में मिशन अपोलो 12 के माध्यम से इस मिशन को सफल बनाया। एलन बीन एक अपोलो 12 के पायलट के अलावा एक एयरोनॉटिकल इंजीनियर और नौसेना अधिकारी थे।

एलन बीन नासा के लिए काम कर चुके हैं और इन्होने वर्ष 1981 में रिटायरमेंट ले ली थी। अमेरिका में रहने वाले एलन बिल का जन्म 15 जून सन् 1932 को अमेरिका के ही Wheeler, Texas में हुआ था। इनकी मृत्यु 26 मई सन् 2018 को 86 वर्ष की आयु में हुई थी।

एलन शेपर्ड (Alan Shepard)

चाँद की सतह पर कदम रखने वाले दुनिया के पांचवें इंसान एलन शेपर्ड थे जिन्होंने मिशन अपोलो 14 के दौरान इस सफलता को प्राप्त किया। अमेरिका में रहने वाले एलन शेपर्ड एक वैमानिक इंजिनियर, नौसेना पायलट और अपोलो 14 के कमांडर थे।

नासा में काम करने के बाद वर्ष 1974 से यह सेवानिवृत्त हो गए थे।  में नासा से सेवानिवृत्त हो गए थे। 18 जून सन् 1923 को Pebble Beach, Del Monte Forest, California में एलन शेपर्ड का जन्म हुआ था। एलन शेपर्ड की मृत्यु 21 जुलाई सन् 1988 को हुई थी और उस समय इनकी आयु 86 वर्ष थी।

सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) का क्या मतलब होता है

एडगर मिशेल (Edgar Mitchell)

एडगर मिशेल विश्व के ऐसे छठे व्यक्ति हैं जिन्होंने मिशन अपोलो 14 के द्वारा 5-6 फरवरी 1971 को चाँद पर कदम रखा था। अमेरिका में रहने वाले एडगर मिशेल एक वैमानिक इंजीनियर और अपोलो 14 के कमांडर थे। 17 सितम्बर सन् 1930 को Hereford, Texas अमेरिका में जन्म लेने वाले एडगर मिशेल नासा के लिए काम करते थे और 1972 में इन्होने रिटायरमेंट लेली।

रिटायरमेंट के बाद इन्होने ईएसपी और अन्य प्रकार की मानसिक घटनाओं के ऊपर रिसर्च करने वाली संस्थाओं के साथ काम किया था। 85 वर्ष की आयु में फ्लोरिडा में इनकी 4 जुलाई सन 2016 को इनकी मृत्यु हो गई थी।

डेविड स्कॉट (David Scott)

चाँद पर कदम रखने वाले विश्व जे सातवें व्यक्ति डेविड स्कॉट थे जोकि 31 जुलाई सन् 1971 में मिशन अपोलो 15 को सफल बना चुके हैं। यह एक अमेरिकी नागरिक थे और अंतरिक्ष यात्री होने के साथ साथ यह अपोलो 15 के वायु चालक भी रहे हैं।

6 जून सन् 1932 को अमेरिका के San Antonio Texas में इनका जन्म हुआ और अपने कार्यकाल में यह एक बार नहीं बल्कि तीन बार अंतरिक्ष का सफर कर चुके हैं। वर्ष 1977 में यह नासा से रिटायर हो गए थे और रिटायरमेंट के बाद यह लेखक के रूप में काम करने लगे थे। डेविड स्कॉट इस समय कैलिफोर्निया के लॉस एंजिलिस में रहते हैं और इस समय इनकी आयु लगभग 89 वर्ष है।

जेम्स इरविन (James Irwin)

जेम्स इरविन विश्व के आठवें व्यक्ति हैं जो चाँद पर कदम रख चुके हैं। 31 जुलाई सन् 1971 को मिशन अपोलो 15 के अंतर्गत यह अंतरिक्ष में गए थे। अमेरिकी नागरिक जेम्स इरविन एक वैमानिक इंजीनियर होने के साथ अपोलो 15 के कमांडर भी रह चुके हैं।

नासा के लिए काम करने के बाद सन् 1972 में यह रिटायर हो गए थे। James Irwin का जन्म 17 मार्च सन् 1930 को अमेरिका के पिट्सबर्ग, पेंसिल्वेनिया में हुआ था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल का दौरा पड़ने कि वजह से 8 अगस्त सन् 1971 को इनकी मृत्यु हुई थी।

जॉन यंग (John Young)

जॉन यंग चाँद की सतह पर कदम रखने वाले विश्व के नौवें व्यक्ति हैं। John Young अमेरिका के रहने वाले नागरिक थे और चंद्रयान यात्री, वैमानिक इंजिनियर के अलावा यह अपोलो 16 के कमांडर भी थे। इस मिशन की सफलता के बाद जॉन चाँद पर जाने वाले विश्व के नौवें इंसान बन गए।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मिशन अपोलो 16 के अलावा यह Gemini 3, Gemini, Apollo 10, STS-1 और STS-9 में मिशनों का भी हिस्सा रह चुके हैं। जॉन का जन्म 24 सितंबर सन् 1930 को अमेरिका के सन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में हुआ और इनकी मृत्यु 5 जनवरी सन् 2018 को हुई।

चार्ल्स ड्यूक (Charles Duke)

चाँद पर कदम रखने वाले चार्ल्स ड्यूक दुनिया के दसवें इंसान थे जिन्होंने मिशन अपोलो 16 के तहत 21 अप्रैल सन् 1972 में चाँद पर कदम रखा। वैमानिक इंजीनियर होने के साथ साथ यह अंतरिक्ष यात्री भी थे।

अमेरिका के रहने वाले चार्ल्स ड्यूक रिटायरमेंट के बाद अमेरिका के जेल विभाग में कार्य करने लगे थे। Charles Duke का जन्म 3 जून सन् 1935 को अमेरिका के शार्लोट उत्तरी कैरोलिना में हुआ और इस समय इनकी आयु करीब करीब 86 वर्ष हो चुकी है।

यूजीन सेरनन (Eugene Cernan)

दुनिया के ग्यारहवें व्यक्ति जिसने चाँद पर कदम रखा है यूजीन सेरनन है और इन्होने 1 से 14 दिसंबर सन् 1972 में मिशन अपोलो 17 के दौरान चाँद पर कदम रखा। यह अंतरिक्ष यात्री और वैमानिक इंजीनियर थे। अपोलो 17 के अलावा यह Apollo 10, Gemini 9A मिशन में भी शामिल रहे हैं।

वर्ष 1976 में इन्होंने नासा से रिटायरमेंट लेली थी जिसके बाद यह एक प्राइवेट कंपनी में काम करने लगे थे। यूजीन का जन्म 14 मार्च 1934 को अमेरिका के शिकागो में हुआ और 16 जनवरी सन् 2017 को सिह्यूस्टन टेक्सास में इनकी मृत्यु हो गई थी।

हैरिसन श्मिट (Harrison Schmitt)

हैरिसन श्मिट चाँद पर कदम रखने वाले दुनिया के बारहवें व्यक्ति हैं जोकि 14 दिसंबर सन् 1972 को मिशन अपोलो 17 को सफल बना चुके हैं। अमेरिका में रहने वाले हैरिसन एक वैमानिक इंजिनियर, नौसेना पायलट और अपोलो 17 के कमांडर रहे हैं।

हैरिसन का जन्म 3 जुलाई सन् 1935 में अमेरिका के सांता रीटा, न्यू मैक्सिको में हुआ और अपने कार्यकाल के बाद वर्ष 1975 में इन्होने रिटायरमेंट लेली। इस समय इनकी आयु लगभग 86 वर्ष हो चुकी है।

काफी समय से कोई अंतरिक्ष यात्री चाँद पर क्यों नहीं गया?

आप ने अब यह तो जान लिया है कि Chand Par Kon Kon Gaya Tha. लेकिन आपके मन में अब यह सवाल भी उठ रहा होगा कि काफी समय से किसी अंतरिक्ष यात्री ने चांद का सफर क्यों नहीं किया? असल में इसकी असली वजह पैसों की लागत है।

मिशन के दौरान स्पेस शटल, स्पेस स्टेशन और कुछ अन्य उपकरण को काम में लिया जाता है जिसमें पैसों की लागत बहुत ज़्यादा होती है। इसके अलावा चाँद पर कोई ठोस तत्व या जानकारी भी नहीं प्राप्त हुए जो मनुष्य को चाँद पर दोबारा जाने के लिए जिज्ञासु बना सके। आखरी बार चाँद पर कोई इंसान वर्ष 1972 में गया था।

चाँद पर आखरी बार Moon Landing कब हुई थी?

आखरी बार चाँद पर Moon Landing वर्ष 1972 में मिशन अपोलो 17 के तहत हुई थी। यह एक 12 दिनों का मिशन था और इस मिशन ने बहुत सारे रिकॉर्ड तोड़े थे। इंसान द्वारा सबसे लंबे स्पेस वाक, सबसे लंबी लुनार लैंडिंग के साथ साथ इस मिशन में सबसे ज़्यादा लुनार सैंपल वापिस लाए गए। आपको बता दें कि केवल अपोलो 17 ही एकमात्र ऐसा मिशन है जिसमें किसी भी अंतरिक्ष यात्री को नहीं ले जाया गया था। इसमें केवल परीक्षण पायलट ही शामिल थे।

कितने देशों के अंतरिक्ष यात्री चाँद तक पहुँच चुके हैं?

चाँद तक केवल 7 देशों के अंतरिक्ष यात्री ही पहुँच सके हैं और इनमें से अमेरिका सबसे ऊँचे स्थान पर है। यदि आंकड़ों की हम बात करें तो सोवियत संघ 30 बार, सोवियत संघ 23 बार, चीन 7 बार, जापान 2 बार और एक एक बार यूरोप, भारत और लग्ज़मबर्ग देश चाँद पर पहुँच चुके हैं।

अपनी जन्म कुंडली (Horoscope) कैसे देखे

Leave a Comment