रोटी के आटे में मिलाएं ये 3 चीजें, बन जाएगी मेडिसिनल रोटियां दोगुने हो जाएंगे फायदे



दोस्तों भारत एक ऐसा देश है जहां प्राचीन काल से ही गेहूं के आटे की रोटी का प्रयोग होता चला आ रहा है हम सब के घरों में लगभग आमतौर पर गेहूं के आटे की रोटियां बनाई जाती हैं और हम सभी के घरों में कोर्स में रोटी या चावल जरूर शामिल रहता है। हमारे घरों में गेहूं के आटे की रोटियां हमारी कितनी भी अच्छी डाइट में जरूर शामिल रहती हैं, क्योंकि गेहूं के आटे की रोटी सेहत के लिए अच्छी होती है। गेहूं के आटे की रोटी में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन अच्छी मात्रा में पाया जाता है, और अगर आप रोटी के आटे में मिलाएं ये 3 चीजें, दोगुने हो जाएंगे फायदे इतना ही नहीं इन चीज़ों से बनी रोटी आपको स्वादिष्ट भी लगेगी|

वैसे अगर बात की जाए तो ऐसे कई खाद्य पदार्थ है जिनका सेवन करने से आपके शरीर को कई तरह के स्वास्थ्य फायदे मिलते है, और वह खाद्य पदार्थ खाने में भी स्वादिष्ट लगते हैं परंतु पेट केवल रोटी से ही भरता है। गेहूं के आटे में कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। गेहूं के आटे की रोटी का सेवन मुख्य भोजन के रूप में किया जाता है| इसीलिए इसका उपयोग किसी भी समय के भोजन में व्यापक रूप से किया जा सकता है, इसके अलावा दोस्तों गेहूं का आटा आसानी से उपलब्ध और सस्ता होता है, इसी के साथ-साथ आटे में एक खासियत यह भी है कि गेहूं के आटे से हम विभिन्न प्रकार के भोजन बना सकते हैं जैसे- रोटी, पराठा, पूरी आदि।

संक्रमण (Infection) क्या है

Roti ke Aate me Milayen Ye 3 Cheezen, Dogune ho Jaayengen Fayde

Table of Contents

गेहूं और गेहूं के आटे की रोटी भारतीय खानपान का शुरू से ही एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है| और अगर इस आटे की रोटियों में हम इन तीन चीजों को मिला लें तो इसका स्वाद और पौष्टिकता और अधिक बढ़ जाती है इन चीजों का विवरण निम्नलिखित दिया जा रहा है।

गेहूं के आटे में मिलाएं मेथी दाना

आप प्रतिदिन इस्तेमाल में आने वाली रोटी को और अधिक पौष्टिक बनाने के लिए, आटे में मेथी के कुछ बीज मिला सकती हैं। हालांकि, इसे आपको ज्यादा मात्रा में नहीं मिलाना है वरना रोटी कड़वी बनेगी। और इसका स्वाद भी कड़वा और बुरा हो जाएगा।

यूपी गेहूं खरीद ऑनलाइन किसान पंजीकरण

रोटी में करें अजवाइन का सेवन

रोटी में अजवाइन का सेवन करने के लिए आप आटे को गूंथते समय उसमें एक से दो चम्मच अजवाइन डालें इसे अच्छे से मिलाएं और फिर रोटियां बेलें और सेंके। अजवाइन को आटे में मिलाने  के लिए आप दूसरा तरीका भी अपना सकते हैं कि आप अजवाइन को अच्छे से पीसकर पाउडर बना ले और इस पाउडर को आटे में मिलाकर रोटियां बनाएं। बेलते समय रोटी पर अजवाइन छिड़क सकते हैं इसे हल्का दबाकर रोटी को  सेंके।

गेहूं के आटे में मिलाएं रागी का आटा

गेहूं के आटे में रागी के आटे को मिलना एक सामान्य प्रक्रिया है, जिसे आप अपने घर में किचन में आसानी से कर सकते हैं। सामान्यतः अनुपात में गेहूं का आटा और रागी का आटा मिलाया जा सकता है लेकिन आप अपनी पसंद और स्वास्थ्य लक्षण के अनुसार इसे बदल भी सकते हैं। गेहूं और रागी के आटे को एक बड़े बर्तन में डालें दोनों आटो को अच्छी तरह से मिला लें। यदि आप चाहे तो आप इस मिश्रण को एक छाननी से छान सकते हैं ताकि किसी भी बड़े गुल्टे या अनचाहे कणों को हटा सके।

खाद्य पदार्थों में मिलावट

गेहूं के आटे में क्या मिला होना चाहिए

गेहूं के आटे में मिलाएं सोयाबीन

गेहूं में सोयाबीन मिलाकर आटा पिसवा सकते हैं। इसकी रोटियां भी काफी नर्म बनती हैं, और ये प्रोटीन से भरपूर होता है। गेहूं और सोयाबीन का आटा बड़ों के साथ ही बच्चों के लिए भी फायदा पहुंचाता है।  गेहूं के आटे की टोटल मात्रा के हिसाब से करीब एक तिहाई सोयाबीन मिला सकते हैं।

सत्तू का उपयोग करें

सत्तू का पराठा बनाने के लिए पहले गेहूं के आटे में स्वादानुसार नमक ,थोड़ी अजवाइन और थोड़ा सा घी का मोयन डालें और उसको गूंथकर अलग रख दें। सत्तू का पराठा, सत्तू से बनने वाले सबसे अच्छे व्यंजनों में से एक है।

यूरोलॉजी (Urology) क्या होता है ?

ज्वार का आटा (Jowar flour for summer)

अक्सर घरों में गेंहू के आटे की रोटियां बनती हैं, लेकिन सर्दियों में गेंहू के अलावा ज्वार की रोटी खाना भी बेहद फायदेमंद होता है। इस रोटी को खाने से न केवल पाचन तंत्र मजबूत रहता है बल्कि इसके सेवन से कई बीमारियों से भी राहत मिलती है।

वेट लॉस के लिए खाएं गेहूं की जगह इस आटे की रोटियां

बेसन और चने के आटे वाली मल्टीग्रेन रोटी

चने का आटा प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर है जो मजबूत मांसपेशियों, हड्डियों और समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसका फाइबर वजन घटाने, पाचन में सुधार और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।

मेटाबोलिज्म क्या होता है

गर्मियों में किस आटे की रोटी खानी चाहिए?

जौ के आटे से बनी रोटी खाएं (Barley flour for summer)

जौ की तासीर ठंडी होती है। इसलिए गर्मी के दिनों में आपको जौ के आटे से बनी रोटी खानी चाहिए। इससे पेट की गर्मी शांत होती है। जौ की रोटी खाने से गैस, अपच और ब्लोटिंग की समस्या कम होती है।

सर्दियों में सेहतमंद है बाजरे का आटा

सर्दियों का मौसम आते ही बाजरे का नाम याद आने लगता है। बाजरा बहुत सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि पाए जाते हैं तो आप सर्दियों में बाजरे की रोटी का इस्तेमाल भी कर सकतें है। बाजरा खाने से शरीर को गर्माहट मिलती है और इम्यूनिटी भी मजबूत होती है |

इंटरमिटेट फास्टिंग क्या है

गेंहू के आटे में इन चीज़ों को मिलाने के फायदे

रागी के आटे के फायदे

रागी का आटा जिसे मडुआ भी कहा जाता है। कैल्शियम, आयरन और फाइबर का अच्छा स्रोत होता है। यह गेहूं के आटे के साथ मिलकर आपके भोजन को अधिक पौष्टिक बनता है। रागी में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन में मदद करता है। रागी में ग्लूटेन की मात्रा बहुत कम होती है जो उन लोगों के लिए लाभकारी हो सकता है जिनके पास ग्लूटेन से संबंधित समस्याएं हैं। रागी में मौजूद अमीनो एसिड और मिनरल्स त्वचा और बालों के लिए भी अच्छे होते हैं।

जौ के आटे के लाभ

जौ के आटे से बनी रोटी या जौ का दलिया खाने से तेजी से वजन कम होता है। जौ में कैलोरी कम होती है और फाइबर ज्यादा होता है जिससे पेट जल्दी भरता है और लंबे समय तक फुल रहता है। इससे भूख कम लगती है और मोटापा भी कम होता है। जौ में बीटा-ग्लूकन्स बाइल एसिड पाया जाता है शरीर में जमा बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। ऑयली खाने वालों के शरीर में बेड कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है ऐसे लोगों को जौ के आटे की रोटी जरूर खानी चाहिए।

डायबिटीज कंट्रोल करने में ककड़ी मदद करती है

प्रोटीन से भरपूर है सोयाबीन का आटा

सोयाबीन एक प्रकार की दलहनी फसल है, जो प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती है। यह खाद्य पदार्थों में प्रोटीन का एक प्रमुख स्रोत होती है। सोयाबीन में प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है, इसमें आयरन कैल्शियम और विटामिन-बी जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। जो हृदय की सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं। सोयाबीन का उपयोग स्वास्थ्यवर्धक भोजन के रूप में किया जा सकता है। यह शाकाहारी आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकती है।

मेथी दाना और गेंहू के आटे का मिश्रण हैं निरोग

गेहूं के आटे में मेथी दाना मिलाना   सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। मेथी दाना में फाइबर, प्रोटीन और मिनरल्स जैसे आयरन और मैग्नीशियम होते हैं, जो पाचन में सुधार करते हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रित करते हैं और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। इसे आटे में मिलाकर रोटियां पराठे बनाने से इन पोषक तत्वों का लाभ मिल सकता है।

इसके अलावा आप अजवाइन को भी आटे में मिला सकते हैं। अजवाइन पाचन में सुधार करती है और गैस, सूजन जैसी समस्याओं को कम करती है। इसमें तीखा और कड़क स्वाद होता है, जिससे रोटी का स्वाद बढ़ जाता है। अजवाइन में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। जो सेहत को लाभ पहुंचाते हैं यह मेटाबॉलिज्म को सुधरता है जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिलती है।

एक स्वस्थ आहार भोजन योजना बनाएं

FAQ,S
कौन से आटे की रोटी खानी चाहिए?

मानसून में गेहूं, जौ और बाजरे के आटे से बनी रोटियां खाना फायदेमंद हो सकता है। अगर कोई हेल्दी व्यक्ति है, तो वह 70 प्रतिशत गेहूं और 30 प्रतिशत जौ के आटे की रोटी खा सकता है। वहीं, अगर किसी व्यक्ति का वजन अधिक है, तो वह 30 फीसदी गेहूं और 70 फीसदी जौ के आटे की रोटी खा सकता है।

रोटी की उपयोगिता क्या है?

हमारी भारतीय रोटी में कई उपयोगिताएं पाई जाती हैं, रोटी को विभिन्न प्रकार की सब्जियो, दालों और अन्य व्यंजनों के साथ खाया जा सकता है क्योंकि यह हर व्यंजन के स्वाद को और अधिक बढ़ा देती है। इतना ही नहीं रोटी कई जंक फूड की तुलना में अत्यधिक फायदेमंद भी होती है, और अगर दूसरी ओर से बात करें तो रोटी भारतीय खानपान की एक प्राचीन और पारंपरिक डिश भी है जो हमारी संस्कृति से जुड़ी हुई है।

शुगर फ्री आटा कौन- सा होता है?

मधुमेह रोगियों के लिए ज्वार का आटा बेहद फायदेमंद होता है क्योंकि यह ग्लूटेन फ्री होता है। यह कार्बोहाइड्रेट, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर में हाई होता है। ज्वार का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी लोग होता है, इसी वजह से यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी मदद करता है।

कौन सा आटा सेहत के लिए फायदेमंद है?

व्यक्ति की सेहत के लिए गेहूं का आटा फायदेमंद होता है, इसके अलावा बाजरे का आटा प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है। यह भी सेहत के लिए अच्छा होता है जौ के आटे को ठंडा माना जाता है, जिसका प्रयोग गर्मियों में किया जाना चाहिए। इसके अलावा रागी का आटा भी सेहत के लिए लाभकारी होता है ज्वार का आटा डायबिटीज और हार्ट मरीजों के लिए अच्छा होता है।

गेहूं के आटे में क्या मिला होना चाहिए?

गेहूं में सोयाबीन मिलाकर आटा पिसवा सकते हैं। इसकी रोटियां भी काफी नर्म बनती हैं, और ये प्रोटीन से भरपूर होता है। गेहूं और सोयाबीन का आटा बड़ों के साथ ही बच्चों के लिए भी फायदा पहुंचाता है। गेहूं के आटे की टोटल मात्रा के हिसाब से करीब एक तिहाई सोयाबीन मिला सकते हैं।

Blood Sugar Diet in Hindi

Leave a Comment