इंटरमिटेट फास्टिंग क्या है



Intermittent Fasting Kya Hai – जैसा कि आप सब लोग जानते है Intermittent Fasting को सबसे लोकप्रिय तरीका उपवास रखने का माना जाता है। इससे आपको अपना वेट लॉस करने मे मदद मिलती है। दुनिया भर मे 4 मे से 1 व्यक्ति मोटापे का शिकार ज़रूर होता है जो कि अपना वजन कम करने के बारे मे सोचता है। इसमे फास्टिंग का रेगुलर पीरियड शामिल होता है जिससे आप बिना कैलोरी का फ़ूड सेवन करते है। इंटरमिटेट फास्टिंग एक फैशनेबुल और बेहतर डाइट है। एक ही डाइट सभी व्यक्ति मे फिट नहीं हो सकती। यह एक एसिडिटी और ब्लोटिंग को ट्रिगर कर सकता है। बढ़ते वजन को कम करने के लिए लोग नई-नई ट्रिक को अपनाते है और भूखे रहते है। दो से तीन घंटो का वर्क आउट करने के बाद भूखे पेट उनकी हालत बिगड़ जाती है तब उनको बरिएट्रिक सर्जरी का सहारा लेना पड़ता है अगर इंटरमिटेट फास्टिंग क्या है से जुड़ी जानकारी जानना चाहते है तो लेख को पूरा पढ़े।

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Intermittent Fasting Kya Hai

यह अपने वजन को कंट्रोल और रोकने का सबसे सही तरीका है। इंटरमिटेट फास्टिंग मे आप अपने वजन को आसानी से कंट्रोल कर सकते है।  जो कि वेट बढ़ने के कारण कुछ काम नहीं कर पाते और उनको अत्यंत बीमारी का सामना पड़ता है। Intermittent Fasting मे आपको समय से खाना पड़ेगा रोज कुछ घंटो के लिए फ़ास्ट भी करना पड़ेगा। जब आप एक दिन मे एक बार मील करेंगे तो फैट करने मे भी उससे मदद मिलेगी। अगर आप ऑनलाइन चैट करते है या अपना मन्दपसंद शो देखने के लिए घंटो तक बैठे रहते है। इसी आपको मोटापा आने लगता है और इसी कारण काफी बीमारियों से भी लड़ना पड़ता है। Intermittent Fasting के दौरान काफी लोग 16 घंटे फ़ास्ट करते है और 8 घंटे खाते है जो कि आपकी सेहत के लिए हानिकारक है। इसमे आपको एक निश्चित समय पर खाना होता है।

Intermittent Fasting Kya Hai


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Objective of इंटरमिटेट फास्टिंग

फास्टिंग एक तरीके का प्लान जिसमे आपको निश्चित समय पर खाना होता है ताकि आपका मोटापा भी कम हो जाए और आप दुरुस्त रहे। कुछ लोग Intermittent Fasting केवल पानी पीकर भी करते है जो कि बहुत जानलेवा होता है। वजन को कम करने का इंटरमिटेट फास्टिंग एक सबसे सही तरीका है और इसमे खाने की एक लिमिट होती है। उसी मे आपको पर्याप्त मात्रा मे पोषण लेना होता है। अगर आप सही से प्लानिंग नहीं करेंगे तो आपको विटामिन ए, डी, के, आयरन और कैल्शियम आदि की कमी हो सकती है। इंटरमिटेट फास्टिंग मे सबसे ज्यादा अलसर की समस्या रहती है क्योकि फिटनेस के दौरान एसिडिटी की समस्या बढ़ जाती है। पेट के स्वास्थ्य के लिए आपको सही मात्रा मे पानी पीना चाहिए और इसके आपको सही तरीके से फास्टिंग करनी होगी वरना आप गंभीर बीमारी के शिकार हो पाओगे।

ब्लड ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं ?

Advantage And Disadvantage of Intermittent Fasting

  • इससे आपकी अलसर की समस्या बढ़ सकती है।
  • लंबे समय तक खाना ना खाने से लाइन और परेशान करता है।
  • एसिडिटी का उत्पादन बढ़ने से बैचेनी और दर्द होता है।
  • स्वास्थ्य के प्रभाव को कम करने के लिए आपको सही मात्रा मे पानी पीना बहुत ज़रूरी है।
  • इस डाइट के माध्यम से वजन तेज़ी से कम होता है।
  • बहुत सी जानी मानी हस्ती और काफी सारी एक्ट्रेस ने अपना वजन फास्टिंग के माध्यम से कम किया।
  • आप 16 घंटे का फ़ास्ट कर 8 घंटे खा सकते है और इसमे आपको ज़्यादा हैवी डाइट नहीं लेनी है।
  • इसमे आपको लिकविड चीज़े ज़्यादा लेनी है जैसे नींबू और पानी आदि।
  • Intermittent Fasting मे सबसे ज़्यादा खाना टाइम पर लेना ज़रूरी है वरना आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है।
  • इसके माध्यम से कोलेस्ट्रॉल मैनेजमेंट कर सकते है।
  • कम कैलोरी का सेवन करने के बाद आप फास्टिंग बंद कर देता है तो वजन तेज़ी से बढ़ सकता है।
  • डॉयबिटीज़ के मरीज बिलकुल भी फास्टिंग ना करे उनके लिए काफी हानिकारक है।

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तेज़ी से दुबारा वजन बढ़ सकता है

अगर आप लंबे समय से खाली पेट है और आपको डाइट को फॉलो करना बहुत मुश्किल है। इससे आपका वजन बढ़ने के ज़्यादा चांस होंगे। ज़्यादा तर खली पेट रहने पर हाइपरटेंशन की समस्या भी हो सकती है। लंबे समय तक Intermittent Fasting करने से आपके पोषक तत्वों मे कमी हो सकेगी। बैलेंस डाइट मे आपको भरपूर तत्व लेना ज़रूरी है।

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Acidity Aur Bloting 

कभी -कभी लोग खाना ज़्यादा खा लेते है जिससे आपको एसिडिटी जैसी समस्या का सामना करता पड़ता है।

ब्लड ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं ?

सिरदर्द और चक्कर आना

जो लोग फास्टिंग करते है उन्हें सिरदर्ज और चक्कर का अत्यंत सामना करना पड़ता है क्योकि उनका बीपी लौ हो जाता है। या फिर ब्लड शुगर को दर्शाता है जो व्यक्ति के लिए बहुत खतरनाक होता है। इस समय सही से भोजन ना खाने पर गंभीर सिटी हो सकती है। सबसे ज़्यादा सुंदर की दवाई लेने से लोगो बचना चाहिए। 

Conclusion

अगर आप भी  इंटरमिटेट फास्टिंग करना चाहते है तो आपको सबसे पहले इसके नुकसान पर ध्यान देना चाहिए क्योकि जितने इसके फायदे है उससे ज़्यादा इसके नुकसान भी है। इसमे बहुत कम टाइम पेरियड़ होता है जिसमे हमे बिना कैलोरी का फ़ूड सेवन करना होता है। यह एक फैशनेबुल डाइट है जो ट्रेंड के रूप मे समय पर आती है। Intermittent Fasting वजन को कम करने का एक सबसे अच्छा तरीका है। इसमे आपको कई बीमारी और डाइट पर फोकस करना होता है। दो दिन मे एक बार मील करने से अपना शरीर फैट बर्न कर सकता है। टीवी और मोबाइल देखने के लिए हम घंटो बैठे रहते है जिससे एक्स्ट्रा कैलोरीज और कम एक्टिविटी होती है इससे मोटापा बढ़ता है।

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FAQ’s Intermittent Fasting Kya Hai
Que : मोटापा बढ़ने के क्या कारण है ?

Ans : गेम खेलने और ऑनलाइन चैट करने के लिए घंटो जागते है जिससे कैलोरी बढ़ती है यही मोटापे का कारण है।

Que : इंटरमिटेंट फास्टिंग के इफ़ेक्ट क्या है ?

Ans : एसिडिटी, ब्लोटिंग, सिरदर्द और चक्कर आना आदि है।

Que : फास्टिंग के दौरान लगातार चक्कर आने से क्या होता है ?

Ans अगर आपको पसीना आता है तो ब्लड शुगर का संकेत जो आपके लिए बहुत खतरनाक है।

Que : कितने टाइप की होती है Intermittent Fasting ?

Ans : 16 /8 फास्टिंग, 14 /10 Fasting, 5 /2 फास्टिंग, 6 /1 Fasting और 1 /1 ( Alternate ) फास्टिंग।

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