सही जन्मकुंडली कैसे बनाएं?



Janam Kundli in Hindi – दोस्तों क्या आप जानते हैं की जन्मकुंडली क्या होती हैं। अगर नहीं तो आजका हमारा यह आर्टिकल आपके काफी काम आने वाला हैं, कुंडली (Kundli in Hindi) एक ऐसा शब्द हैं, जो ज्योतिष का जिक्र आते ही जहन में आता है। कुंडली, विशेष रूप से वैदिक ज्योतिष पर आधारित रहता है। आज हम आपको अपने आर्टिकल में जन्मकुंडली या जन्मपत्रिका क्या है? इससे जुडी सभी जानकारी आसान शब्दों में देने वाले हैं। जन्मकुंडली या जन्मपत्रिका की सभी जानकारी को विस्तार से जानने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।

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जन्मकुंडली या जन्मपत्रिका क्या है?

जब आपका जन्म होता हैं, तो उस समय और जन्म तिथि के समय आकाश में स्थित ग्रहों का संयोजन एक विशेष चक्र के रुप में करना कुंडली चक्र या लग्न चक्र कहलाता है। इसलिए हम  कुंडली को जन्म कुंडली या जन्मपत्रिका भी कहते हैं। कुंडली ज्योतिषशास्त्र रूपी दिये की वह बाती है जिसे जलाकर भविष्य पर प्रकाश डाला जाता है। जन्म कुंडली (Janam Kundli in Hindi) या जन्मपत्री जैसा की इन शब्दों में ही इसका अर्थ भी नीहित है। यह किसी भी जातक के जन्म के ब्यौरे को प्रदर्शित करती है। यानि जातक का जन्म किस तिथि, किस समय, किस स्थान पर हुआ? जन्मपत्री वर्तमान में बच्चे के जन्म के समय अस्पताल में भी बनती है। इसके आलावा कुंडली जातक के जन्म के समय ग्रहों की दशा व दिशा को बताने वाली एक पत्रिका होती है जिसके आधार पर जातक के भविष्य की कल्पना की जाती है।

janam kundli in hindi

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जन्मकुंडली के लाभ क्या हैं?

ज्योतिषीय जन्मपत्री या कुंडली अलग चीज़ है। कुंडली में जातक के जन्म की तिथि, समय व स्थान को आधार बनाकर ग्रह नक्षत्रों की गणना की जाती है। जैसे कि जातक का जन्म किस नक्षत्र में हुआ, किस लग्न में हुआ किस राशि में हुआ। लग्न व राशि से नवग्रहों की स्थिति कुंडली के किन भावों में है। जन्म कुंडली में ग्रह कौन से योग बना रहे हैं। कुंडली में कौनसे दोष मौजूद हैं आदि अनेक विचार कुंडली बनाकर किये जाते हैं। कुल मिलाकर कह सकते हैं कुंडली जातक के जन्म के समय ग्रहों की दशा व दिशा को बताने वाली एक पत्रिका होती है जिसके आधार पर जातक के भविष्य की कल्पना की जाती है। कुंडली से यह पता लगाना संभव है कि जातक के लिये भविष्य में क्या संभावनाएं हैं। किस क्षेत्र में उसे लाभ मिलने के आसार हैं तो कहां से उसे बचकर निकलने की आवश्यकता है।

चलिए जानते हैं, की जन्मकुंडली कैसे बनती है?

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जन्मकुंडली विश्लेषण के नियम | Janam Kundli in Hindi

आपको कुछ जरुरी नियम ध्यान रखने है। जैसे –

  • वैदिक ज्योतिष कुंडली विवेचन की मूल बातें सीखकर कुंडली चार्ट या चक्र का विश्लेषण करें ।
  • वर्गकुण्डली, कुंडली दशा तथा अन्य कुंडली विश्लेषण तकनीकों का उपयोग करके कई अर्थों या विरोधाभासी व्याख्याओं को संश्लेषित करके आत्म संगत करना।
  • द्वयकुंडली विश्लेषण विधियों के आधार पर समय के साथ व्यक्तित्व, घटनाओं और व्यवहार का पूर्वानुमान लगाना।
  • कुंडली की गुणवत्ता में सुधार के लिए निश्चित दोष या पाप ग्रहों के लिए संशोधनात्मक उपाय प्रयोग में लाना तथा इसके परिणामस्वरूप व्यक्ति के जीवन में वृद्धि करना।
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वैदिक ऋषि  के अनुसार जन्मकुंडली बनाये

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FAQ’s
क्या जन्मकुंडली फ्री में बनाई जा सकती हैं ?

जी हाँ मांगी गई सभी जानकारी को भरकर आप अपनी जन्मपत्री को बना सकते हैं।

जन्म कुंडली बनाने के लिए कौन सा ऐप डाउनलोड करें?

एंड्रॉइड यूजर्स के लिए अपनी कुंडली बनाने और कुंडली के हिसाब से अपना भविष्य जानने के लिए AstroSage Kundli : Astrology-ये एक अच्छा ऐप साबित हो सकता है।

अपनी खुद की जन्म कुंडली कैसे बनाएं?

इसके लिए आपको बस तारीख, सही समय और जन्म स्थान जानना होगा ।

जन्म कुंडली क्या हैं ?

जन्म कुंडली या जन्मपत्री, या बर्थ चार्ट जैसा कि हम इसे कई नामों से जानते हैं, किसी व्यक्ति के जन्म के समय आकाश में विद्यमान ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति का मानचित्र होती है। जन्म कुंडली (Janma Kundali) यह अनुमान लगाने में महत्वपूर्ण है कि किसी व्यक्ति का भविष्य कैसा होने वाला है। साथ ही हमें अपने वर्तमान और अतीत की भी जानकारी मिल सकती है।

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