बीजेपी (BJP) का फुल फॉर्म क्या है



भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आज देश की सबसे विशाल पार्टियों में से एक है | BJP पार्टी की बात करें तो इसका इतिहास बहुत ज्यादा पहले का नहीं है | इस पार्टी का निर्माण आधिकारिक रूप से आजादी के कुछ समय बाद हुआ था | राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भारतीय जनता पार्टी को प्राप्त है |  भारतीय संसद और राज्य विधानसभाओं के प्रतिनिधित्व को देखते हुए, BJP भारत की सबसे विशाल राजनीतिक पार्टी बन चुकी है, और आज सदस्यता की बात करे तो भारतीय जनता पार्टी में सबसे अधिक सदस्य  है |



यदि आप भी BJP पार्टी के विषय में जानना चाहते है तो यहाँ पर बीजेपी का फुल फॉर्म क्या है, बीजेपी का इतिहास और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन है, और बीजेपी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी जा रही है |

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बीजेपी (BJP) का फुल फॉर्म 

बीजेपी (BJP) का फुल फॉर्म, भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) है इसको  अंग्रेजी में “इंडियन पीपुल्स पार्टी” कहा जाता है, आज भारत की महान पार्टियों में से एक है। इस पार्टी का मुख्य अभिप्रायः सामाजिक परंपरागत और सम्पूर्ण मानवता के द्वारा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का मज़बूती से पालन करना होता है। यह भारत में क्रियात्मक संगठनों के समूह का सबसे मुख्य सदस्य माना जाता है जिसे ‘संघ परिवार’ भी कहा जाता है।  प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के तरफ से श्यामा प्रसाद मुख़र्जी जी (Shyama Prasad Mukherjee) को माना जाता है, लेकिन वह जनसंघ पार्टी के अध्यक्ष थे | जनसंघ पार्टी का ही नाम बाद में बदलकर भारतीय जनता पार्टी कर दिया गया | भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष  की बात जाये तो अटल बिहारी वाजपेयी को माना गया है,  क्योंकि जब जनसंघ पार्टी का नाम भारतीय जनता पार्टी हुआ तो उसके प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी बने थे |



बीजेपी (BJP) की स्थापना

Foundation of Bharatiya Janata Party: भारतीय जनता पार्टी की शुरुआत  6 अप्रैल 1980 में हुई थी। जिसकी नींव का आरम्भ जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा 1951 में हुई थी, भारतीय जनता पार्टी को पहले जनसंघ पार्टी नाम से जाना जाता था। 1977 के आपातकाल के समय में कई पार्टियों का इसमें मिश्रण हो गया जिसके बाद 1980 में भारतीय जनता पार्टी के रूप में प्रकट हुआ, जो आज भारत में विशालतम पार्टियों में से एक है।  

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जनसंघ पार्टी की स्थापना

जनसंघ पार्टी के नाम से प्रसिद्ध भारतीय जनसंघ की स्थापना डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी द्वारा धर्मनिरपेक्ष राजनीति और राष्ट्रवाद के सहयोग में सन 1951 में की गई थी। जिसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) यानि कि आर॰एस॰एस॰ की राजनीतिक हिस्सा माना जाता था, जिसका संकेत भारत की “हिन्दू” सांस्कृतिक पहचान को सुरक्षित रखना और कांग्रेस पार्टी तथा प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की मुस्लिम और पाकिस्तान को लेकर हमेशा पक्षपात करने की नीतियों पर अंकुश लगाना था।  जनसंघ पार्टी  का चुनाव चिन्ह  ‘दीपक’ था |

जनता पार्टी (1977-80)

भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सन 1975 में आपातकाल शुरू कर दिया | जिससे जनसंघ पार्टी ने इसके खिलाफ में विशाल धरना प्रदर्शन पूरे देश में जगह – जगह पर शुरू कर दिया था | जिसे देखते हुए प्रशासन ने देशभर के लगभग हज़ारों प्रदर्शनकारियों और कार्यकर्ताओं को जेल में भेज दिया। फिर इसके बाद भारत में सन 1977 में आपातकाल समाप्त हुआ और भारत में आम चुनाव हुए । इस चुनाव में सफलता प्राप्त करने के लिए कई पार्टियों का विलय हुआ जिनमे जनसंघ ने भारतीय लोक दल, कांग्रेस (O) और समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर जनता पार्टी का निर्माण किया , जिसका मुख्य लक्ष्य चुनावों में इंदिरा गांधी को पराजित करना था।

1977 के इस चुनवों में जनता पार्टी को बड़ी जीत हासिल हुई और जनता पार्टी के तरफ से मोरारजी देसाई को देश का प्रधानमंत्री बनाया गया।उस समय पार्टी के अध्यक्ष  पं दीन दयाल उपाध्याय थे, उनके 1979 में देहांत  के बाद  जनसंघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष पं अटल बिहारी बाजपेयी को बनाया गया तथा उन्हें देसाई सरकार में विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई। लेकिन कुछ दिनों के  बाद ही सभी दलों में पद को लेकर विवाद हो गए | जिससे ढ़ाई साल में  ही मोरारजी देसाई को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ गया। गठबंधन की सरकार गिरने के बाद 1980 में फिर आम चुनाव हुए ।

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भारतीय जनता पार्टी की स्थापना (BJP) (1980 से अब तक)

सन 1980 में जनता पार्टी के टूटने के बाद नई पार्टियों में से भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी उनमें से एक थी। अगर प्राविधिक तौर से इस पार्टी की बात करे तो जनसंघ का ही दूसरा रूप, भारतीय जनता पार्टी है | भाजपा के दो महान शीर्ष नेताओं अटल बिहारी वाजपेयी और एल.के.आडवाणी के राजनीतिक मार्गदर्शन और उनके देखरेख से इस पार्टी का शुरुआत की गई | जिसका पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी को बनाया गया।

अगर इतिहासकारों की चर्चा  करे तो कहते हैं कि जनता पार्टी की सरकार के भीतर गुटवाजी  और मतभेदों के बाद भी इसके समय में आर॰एस॰एस॰ (RSS) का अस्तित्व बहुत अधिक देखा गया जिसे 1980 की सांप्रदायिक हिंसा बताया गया | भाजपा ने अपने शुरूआती दौर में हिन्दू राष्ट्रवाद का रुख व्यापक प्रचार प्रसार किया, लेकिन भाजपा की यह नीति सफल नहीं हो पायी और 1984 में हुए लोकसभा चुनावों में भाजपा को मात्र दो सीट पर जीत हासिल हुई। इसके बाद इंदिरा गांधी की हत्या हो गई उसके बाद में कांग्रेस ने रिकार्ड तोड़ सीटों के साथ जीत हासिल की | इसके बाद भाजपा ने हिंदूवादी नीति  और आरएसएस के साथ मिलकर देश में राम मंदिर रथ यात्रा का आरम्भ सन 1989 में कर दिया |  जिससे  चुनावों में जोरदार परिवर्तन आया और भाजपा  2 सीटों से बढ़कर 86 सीटों पर पहुँच गई |

इसके बाद बीजेपी ने राम मंदिर के लिए आन्दोलन हमेशा करती रही और इसका नतीजा 1999 के चुनावों में देखने को मिला जिसमें भाजपा सबसे महान दल के रूप में उभरी और गठबंधन की 303 सीटों के साथ बहुमत की सरकार बनाई | यह सरकार पूरे पांच वर्षों तक चलायी | भाजपा  2004 और 2009 के चुनावों में पराजित हुई |उसके बाद भाजपा को 2014 के चुनावों में पूर्ण बहुमत (282) मिला, एनडीए (NDA) के एलायंस के साथ 336 के विशाल बहुमत के साथ सरकार बनाई | इसके बाद 2019 के चुनावों में भी भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन दिखाया | इस बार भाजपा को 303 सीटें मिली और इसके एलायंस को 352 मिली |और विशाल बहुमत के साथ सरकार बनाने में सफल हुई |

भाजपा (BJP) का चुनाव चिन्ह

भारत के निर्वाचन आयोग ने भारतीय जनता पार्टी, बीजेपी का चुनाव चिन्ह , “कमल का फूल ” अनुमोदित किया है। कमल का फूल भारत का राष्ट्रीय पुष्प है, इसलिए बीजेपी के चुनाव चिन्ह में कई मुख्य चित्र माने गए हैं। सबसे पहले , प्रतीक का प्रयोग राष्ट्रीय सम्मान को दर्शाने हेतु किया गया है जिस पर बीजेपी शुरुआत से प्रतिज्ञा से स्थिर है। दूसरा, बीजेपी की राजनीतिक विचारशैली , सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के स्वरूप में वर्णित की गई है। भारतीय जनता पार्टी यानि की बीजेपी को भारत में सांस्कृतिक मूल्यों का अनुचर माना गया है। बीजेपी के चुनाव प्रतीक में कमल के पुष्प का रंग भगवा है, जो भगवा रंग बीजेपी की पहचान है |

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की लिस्ट

भाजपा (BJP) के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी है, और 2014 से अब तक प्रधान मंत्री पद पर नरेंद्र दामोदर दास मोदी है | भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष की बदलाव समय समय पर होता रहता है जोकि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की सूची इस प्रकार है –

क्रमांक संख्या बीजेपी अध्यक्ष के नाम कार्यकाल
  1 अटल बिहारी वाजपेयी 1980 से 1986
  2 लालकृष्ण आडवाणी 1986 से 1991
  3 मुरली मनोहर जोशी 1991 से 1993
  4 लालकृष्ण आडवाणी 1993 से 1998
  5 कुशाभाऊ ठाकरे 1998 से 2000
  6 बंगारू लक्ष्मण 2000 से 2001
  7 जेना कृष्णमूर्ति 2001 से 2002
  8 वेंकैया नायडु 2002 से 2004
  9 लालकृष्ण आडवाणी 2004 से 2006
  10 राजनाथ सिंह 2006 से 2009
  11 नितिन गडकरी 2009 से 2013
  12 राजनाथ सिंह 2013 से 2014
  13 अमित शाह 2014 से 2020
  14 जेपी नड्डा 2020 से अब तक

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बीजेपी के प्रधानमंत्रियों के नाम की सूची

प्रधानमंत्री के नाम कार्यकाल
अटल बिहारी वाजपेयी 16 मई 1996 से 1 जून 1996
अटल बिहारी वाजपेयी 19 मार्च 1998 से 19 अक्टूबर 1999
अटल बिहारी वाजपेयी 19 ऑक्टूबर 1999 से 22 मई 2004
नरेंद्र दामोदर दास मोदी 26 मई 2014 से अब तक

इस आर्टिकल में हमनें भारतीय जनता पार्टी यानि कि बीजेपी (BJP) के विषय में जानकारी दी | यदि इस जानकारी से रिलेटेड आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न या विचार आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है, हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |

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