बहुत सारे छात्र ऐसे हैं जो विषम परिस्थितियों में MBA कोर्स नहीं कर पाते और इस कारण उन्हें बाद में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि MBA के अलावा भी एक मैनेजमेंट कोर्स है जिसे करके छात्र अपना भविष्य सुरक्षित बना सकते हैं।
इस कोर्स का नाम पीजीडीएम (PGDM) है जो कि 2 वर्षों का डिप्लोमा कोर्स है। इस लेख के माध्यम से आपको हम पीजीडीएम (PGDM) कोर्स की सारी जानकारी देंगे ताकि जो विद्यार्थी पीजीडीएम (PGDM) में प्रवेश करना चाहते हैं उन्हें आसानी हो। इस लेख को शुरू से अंत तक ध्यानपूर्वक जरूर पढ़ें।
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पीजीडीएम (PGDM) कोर्स क्या है?
पीजीडीएम (PGDM) एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा कोर्स है जिसमें छात्रों को मैनेजमेंट से संबंधित जानकारी प्रदान की जाती है। मुख्य रूप से इस कोर्स में मैनेजमेंट से जुड़े विषयों के बारे में ही प्रैक्टिकल जानकारी दी जाती है। यह कोर्स 2 सालों में पूरा करवाया जाता है। आपको बता दें कि MBA और PGDM के विषय समान ही होते हैं। इन दोनों कोर्सेज़ के बीच एक छोटा सा अंतर यह है कि MBA एक डिग्री कोर्स है जबकि PGDM एक पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स है। पीजीडीएम (PGDM) किसी यूनिवर्सिटी से संबंधित नहीं होता इसलिए इसे डिग्री कोर्स कहना गलत होगा।
All India Council for Technical Education (AICTE) के द्वारा मान्यता प्राप्त इंस्टिट्यूट ही उस कोर्स को करवा सकते हैं और इस कोर्स से जुडी सबसे ख़ास बात यह है कि यदि PGDM कोर्स करवाने वाले को Association of Indian Universities (AIU) से भी मान्यता प्राप्त हो तो इस कोर्स का मूल्य MBA कोर्स के सामान्य माना जाता है।
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स करने के फायदे
PGDM एक ऐसा कोर्स है जिसे पूरा करने के बाद आपको इसके बहुत सारे लाभ देखने को मिलते हैं। इनमें से कुछ लाभ इस प्रकार हैं:-
- इस कोर्स में आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी विषय को चुन सकते हैं जिसमे आपकी रूचि है।
- PGDM के दौरान आपके कौशलों का विकास होता है जो आज के समय में नौकरी के लिए बहुत जरूरी बन चुके हैं।
- PGDM करने के उपरांत आपको आसानी से एक अच्छी नौकरी मिल सकती है जिससे आप बढ़िया कमाई कर सकते हैं।
- इस कोर्स के बाद आपको एजुकेशन लोन मिलना आसान हो जाता है और आप आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
- इस कोर्स के दौरान और इसके बाद भी आपको नई नई तकनीकों को सीखना होता है जिससे आप कभी अपने काम में बोरियत महसूस नहीं करेंगे।
पीजीडीएम (PGDM) का फुल फॉर्म
भारत में कई संस्थानों में उपलब्ध पीजीडीएम (PGDM) का फुल फॉर्म “Post Graduate Diploma in Management” है और हिंदी में इसे “प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा” भी कहा जाता है। यह दो वर्षों का पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा कोर्स है।
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के प्रकार
PGDM कोर्स 3 प्रकार के होते हैं जिनमें छात्र अपने बजट और सुविधा के अनुसार प्रवेश कर सकते हैं। इन तीनों कोर्सेज़ की फीस भी अलग अलग होती है। यह तीन कोर्स कुछ इस प्रकार हैं:-
Online PGDM Course
इस कोर्स में छात्रों के मेरिट के आधार पर प्रवेश मिलता है। इसमें छात्र ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करते हैं और ऑनलाइन ही क्लासेज़ लगती हैं। इस कोर्स का सिलेबस भी ऑनलाइन माध्यम द्वारा दिया जाता है।
Distance PGDM Course
यह विकल्प उन लोगों के लिए अच्छा है जो कोई नौकरी कर रहे हैं लेकिन साथ ही साथ वह पढ़ना भी चाहते हैं। इसमें आपकी पढ़ाई घर बैठे होती है परंतु परीक्षा के लिए कॉलेज जाने की आव्यशकता होती है। इस कोर्स में प्रवेश करने के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस परीक्षा देनी होती है जिसमें अंकों के आधार पर आपको एडमिशन मिलती है।
Regular PGDM Course
आमतौर पर PGDM कोर्स के लिए यहीं विकल्प अपनाया जाता है क्यूंकि इसमें विद्यार्थी को प्रैक्टिकल ज्ञान मिलता है। इसमें छात्रों को दैनिक रूप से कॉलेज जाना होता है और क्लासेज़ को अटेंड करना होता है। इसी कारण से इस कोर्स की फीस दूसरे कोर्सेज़ के मुकाबले अधिक होती है।
PGDM कोर्स की फीस
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के लिए अलग अलग इंस्टिट्यूट द्वारा अलग अलग ली जाती है। यह फीस स्थान और इंस्टिट्यूट द्वारा दी जा रही सहूलियतों पर भी निर्भर करती है। बता दें कि प्राइवेट इंस्टिट्यूट में सरकारी इंस्टिट्यूट के मुकाबले फीस अधिक होती है। सामान्य तौर पर PGDM की फीस 1 लाख से 20 लाख के बीच होती है।
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के लिए योग्यता
पीजीडीएम (PGDM) के लिए कुछ योग्यता मापदंड होते हैं जिनपर विद्यार्थी अगर खरा उतर जाता है तो आगे चलकर उसे कोई दिक्क्त नहीं होती। यह मापदंड कुछ इस प्रकार हैं:-
- विद्यार्थी को किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से पास ग्रेजुएशन की डिग्री कम से कम 45 प्रतिशत अंकों के साथ होनी चाहिए। हालांकि कुछ इंस्टिट्यूट में इस मापदंड की मांग अलग भी हो सकती है।
- विद्यार्थी किसी भी बैचलर्स डिग्री के साथ इस कोर्स में प्रवेश कर सकते हैं परंतु अगर विद्यार्थी के पास BBA की डिग्री है तो उसे आसानी रहती है क्योंकि उसे मैनेजमेंट की मूलभूत जानकारी होती है।
- छात्र का इंस्टिट्यूट की मांग के साथ साथ प्रवेश परीक्षा का पास होना जरूरी है।
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पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के लिए आपको प्रवेश परीक्षा देना और उसमे पास होना जरूरी है। इसके लिए बहुत सारी प्रवेश परीक्षाएं करवाई जाती हैं। आपको निम्न बताई किसी भी प्रवेश परीक्षा को पास करना जरूरी होगा:-
- CAT
- MAT
- CMAT
- GMAT
- NMAT
- ATMA
- XAT
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ज़्यादातर इंस्टिट्यूट्स में CAT (Common Admission Test) और MAT (Management Aptitude Test) का ज़्यादा महत्त्व है। CAT की परीक्षा का आयोजन साल में एक बार होता है जबकि MAT साल में 4 बार करवाई जाती है।
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स का सिलेबस
PGDM दो वर्षों का पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा कोर्स होता है जिसे 4 अलग अलग सेमेस्टरों में विभाजित किया जाता है। हालांकि कुछ कॉलेजों में यह कोर्स 6 सेमेस्टरों में भी बंटा हो सकता है। हर इंस्टिट्यूट में अलग अलग विषय हो सकते हैं। लेकिन सामान्य तौर पर आपको PGDM के लिए यह विषय देखने को मिलते हैं:-
पहला सेमेस्टर | दूसरा सेमेस्टर |
Organizational Behavior-I | Organizational Behavior-II |
Accounting for Managers | Marketing Management-I |
Quantitative Techniques for Business Decisions-I | Cost and Management Accounting |
Managerial Economics | Quantitative Techniques for Business Decisions-II |
Computer Applications for Business | Macro Economics |
Personal & Professional Skills Program-I (Managerial Communication) | Financial Management-I |
– | Personal & Professional Skills Program-II |
तीसरा सेमेस्टर | चौथा सेमेस्टर |
Human Resource Management | Business Policy & Ethics |
Marketing Management-II | Summer Internship |
Financial Management-II | 6 Electives (Three each from two areas of Specialization) |
Legal Aspects of Business | – |
Research Applications in Business | – |
Operation Management | – |
International Business Environment | – |
Business Environment & Policy | – |
पांचवा सेमेस्टर | छठा सेमेस्टर |
Corporate Governance & Corporate Social Responsibility | Dissertation (Final Submission) |
Strategic Management | 2 Electives (One each from two areas of Specialization) |
4 Electives (Two each from two areas of Specialization) | – |
Dissertation (Synopsis Submission) | – |
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के लिए जरूरी कौशल
PGDM कोर्स के लिए योग्यता मापदंडों के अलावा कुछ कौशल भी हैं जो आप में होने चाहिए ताकि इस कोर्स के दौरान आपको कोई भी समस्या ना हो। यह कौशल कुछ इस प्रकार हैं:-
- नेतृत्व कौशल |
- टीम वर्क |
- कार्यप्रवाह सुधार |
- संसाधनों का आयोजन |
- योजना रणनीति |
- संचार कौशल |
- समस्या को सुलझाना |
- निर्णय लेना |
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के बाद करियर विकल्प
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के बाद आपके करियर के लिए बहुत सारे दरवाज़े खुल जाते हैं। बहुत सारी ऐसी जॉब प्रोफाइल्स हैं जिनमें आप नौकरी कर सकते हैं और अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। आप चाहें तो Marketing Manager, Sales Manager, Supply Chain Manager और Advertising Manager आदि के रूप में काम कर सकते हैं और अच्छा वेतन प्राप्त कर सकते हैं। इन सब के अलावा और भी बहुत सारे जॉब प्रोफाइल्स हैं जिनमे आप रोज़गार प्राप्त कर सकते हैं।
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के बाद वेतन
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के बाद हम अलग अलग क्षेत्रों में नौकरी कर सकते और इन अलग क्षेत्रों में वेतन भी अलग अलग मिलता है। पीजीडीएम (PGDM) के बाद अगर आप अकाउंट मैनेजर के रूप में काम करते हैं तो आपको 4 लाख प्रति वर्ष की शुरुआती सैलरी मिल सकती है और यदि आप एक मार्केटिंग मैनेजर का कार्य करते हैं तो इसकी शुरुआती सैलरी 7 लाख प्रति वर्ष हो सकती है।
आपको बता दें कि जैसे जैसे आपका अनुभव बढ़ता है उसी प्रकार से आपकी सैलरी में भी बढ़ोतरी होती रहती है। यह सैलरी औसतन है और कंपनी के हिसाब से आपके पैकेज में बदलाव भी हो सकता है।
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के बाद क्या करें?
पीजीडीएम (PGDM) कोर्स के बाद के बाद आप के पास 2 विकल्प होते हैं। पहला यह है कि आप किसी अच्छी कंपनी में जॉब कर सकते हैं और कमाई कर सकते हैं और दूसरा यह है कि आप आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं। PGDM कोर्स के बाद आप किसी विशेष क्षेत्र में PhD कर सकते हैं जिससे आपके करियर विकल्पों में और बढ़ोतरी होगी और आप आसानी से किसी अच्छी कंपनी के साथ जुड़ कर जॉब कर सकते हैं जिसके बाद आपका वेतन भी अच्छा ख़ासा होगा।
भारत में PGDM कोर्स करवाने वाले कुछ सर्वश्रेष्ठ कॉलेज
भारत में बहुत सारे ऐसे कॉलेज हैं जो PGDM कोर्स करवाते हैं लेकिन कई बार विद्यार्थियों के मन में शंका होती है कि कौनसा कॉलेज इस कोर्स के लिए सबसे बढ़िया है। नीचे हमने भारत के कुछ सर्वश्रेष्ठ कॉलेज बताए हैं जो PGDM कोर्स करवाते हैं:-
- Vaikunth Mehta National Institute of Cooperative Management, Pune.
- PSGIM Coimbatore – PSG Institute of Management.
- MDI Gurgaon – Management Development Institute.
- XLRI Jamshedpur – XLRI-Xavier School of Management.
- Welingkar Institute of Management Development and Research, Mumbai.
- Indian Institute of Plantation Management, Bangalore.
- AIMA Centre for Management Education, Delhi.
- NMIMS University, Maharashtra.
- NDIM Delhi – New Delhi Institute of Management.
- Assam Institute of Management, Guwahati.
- ITM Navi Mumbai – ITM Business School.
- Best PGDM Government Colleges/Institute.