लबसना (LBSNAA) क्या है



हमारे देश में अधिकांश युवा आईएएस अधिकारी बननें के लिए यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होते है, और इनमें से कुछ परीक्षार्थी परीक्षा में सफलता भी प्राप्त करते है | प्री, मेन्स और इंटरव्यू में सफलता प्राप्त करने के बाद एक आईएएस अधिकारी को एक ट्रेनिंग से गुजरना होता है |



सिविल सेवा परीक्षा के अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS),आईआरएस (IRS), आईएफएस (IFS) और केंद्रीय सेवाओं के A लेवल के अधिकारियों को प्रशिक्षण के लिए मसूरी स्थित लबसना (LBSNAA) में बुलाया जाता है | तो आइये जानते है कि लबसना (LBSNAA) क्या है, फुल फार्म, लबसना लोगो और ट्रेनिंग प्रोग्राम (training centre of ias) के बारे में आपको विस्तार से |

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लबसना का फुल फार्म (LBSNAA Full Form)

लबसना (LBSNAA) का फुल फार्म “लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक एकैडमी’ (Lal Bahadur Shastri National Administration Academy)” है | इसकी स्थापना 15 अप्रैल, 1958 को तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत द्वारा की गयी थी |



लबसना का क्या मतलब होता है ?

यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन अर्थात यूपीएससी (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करनें के पश्चात चयनित अभ्यर्थियों को लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकेडमी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में प्रशिक्षण हेतु बुलाया जाता है (ias training period) | इस अकेडमी में सीनियर प्रशिक्षक अधिकारीयों की टीम द्वारा सभी को प्रशिक्षण दिया जाता है | यह यह अकेडमी उत्तराखंड से लगभग 30 किमी० दूर मसूरी शहर में स्थित है | इस अकेडमी में ट्रेनिंग के दौरान प्रशिक्षुओं को बहुत ही कठोर नियमों का पालन करना पड़ता है, जैसे की मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल, धूम्रपान तथा मदिरा का सेवन आदि प्रतिबंधित है |

सबसे खास बात यह है, कि इस अकेडमी में भारतीय प्रशिक्षुओं के आलावा म्यंमार, बांग्लादेश और भूटान जैसे देशों के कुछ चयनित प्रशिक्षुओं की ट्रेनिंग भी होती है | यह सभी अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षु भारतीय प्रशिक्षुओं के साथ 3 माह का फाउंडेशन कोर्स करते है |

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ट्रेनिंग के दौरान ड्रेस कोड (Dress Code During Training)

लबसना में ट्रेनिंग के दौरान सभी प्रशिक्षुओं को ड्रेस कोड का भी पालन करना पड़ता है | इस अकादमी में सभी प्रशिक्षु सिर्फ फॉर्मल ड्रेस ही पहन सकते है, इसके आलावा मेस में खाने के लिए भी ड्रेस कोड निर्धारित है | यहाँ तक कि कोई भी प्रशिक्षु को रूम के बाहर स्लीपर या सैंडल पहननें की अनुमति नहीं है।   

प्रशिक्षण के दौरान क्लास रूम में पुरुष प्रशिक्षुओं के लिए गर्मीं में स्लीव शर्ट और पैन्ट्स के साथ नेकटाई तथा विंटर सीजन में फुल स्लीव शर्ट, पैन्ट्स और नेकटाई और लैदर शूज पहनना अनिवार्य है | जबकि महिला प्रशिक्षुओं के लिए सलवार-कमीज /साड़ी/ वेस्टर्न बिज़नेस सूट/ चूड़ीदार-कुर्ता और औपचारिक सैंडल या जूते पहनना अनिवार्य है।

लबसना में प्रशिक्षुओं की सुविधा के लिए सौवेनियर शॉप भी है | इस शॉप में प्रशिक्षण के दौरान उपयोग होने वाली सभी वस्तुयें स्टेशनरी आदि उपलब्ध है, जिसे कोई भी प्रशिक्षु  अपनी आवश्यकता के अनुसार खरीद सकता है |  इस शॉप में मिलने वाले हर सामान पर एकेडमी का प्रसिद्ध लोगो प्रिंट होता है |

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लबसना ट्रेनिंग प्रोग्राम (LBSNAA Training Program)

सिविल सेवा परीक्षा के अंतर्गत प्रशिक्षुओं को लबसना में ट्रेनिंग (lbsnaa foundation course) के लिए बुलाया जाता है, और यह ट्रेनिंग दो भागों में पूरी करायी जाती है (lbsnaa training calendar), जो इस प्रकार है-

पहला चरण (First Step)

पहले चरण के अंतर्गत भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी प्रशिक्षुओं को विभिन्न विषयों में बहुत ही कठोरता से ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि एक अधिकारी के रूप में नौकरी के दौरान आने वाली अनेक प्रकार की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाया जा सके | इसके अंतर्गत दो मॉड्यूल होते हैं |

1.शीतकालीन अध्ययन टूर (Winter Study Tour)

इसके अंतर्गत प्रशिक्षु अधिकारियों को अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का अनुभव करने के लिए पूरे देश की यात्रा करते हैं, जिसे भारत दर्हन भी कहा जाता है | इसके साथ ही उन्हें संसदीय अध्ययन ब्यूरो के साथ एक सप्ताह की ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे उन्हें संसदीय प्रणाली के कामकाज के बारे में जानकारी प्राप्त होती है |  पहले चरण के अंतर्गत प्रशिक्षु अधिकारियों को भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति तथा अन्य महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्तियों से भी मिलवाया जाता है |

2.एकेडमिक मॉड्यूल (Academic Module)

यह मॉड्यूल थीम बेस्ड अर्थात थीम पर आधारित होता है, इसके अंतर्गत कई प्रकार के विषयों को शामिल किया जाता है, जैसे- कानून और व्यवस्था, अफसर नीति निर्माण, ग्रामीण विकास व विकेंद्रीकरण और पंचायती राज, राष्ट्रीय सुरक्षा, कृषि भूमि प्रबंधन और प्रशासन, शहरी प्रबंधन व बुनियादी ढांचा, ईगवर्नेंस व कार्यालय प्रबंधन और पब्लिक एवं प्राइवेट पार्टनरशिप आदि के बारें में बताया जाता है |

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जिला प्रशिक्षण (District Training)

सभी प्रशिक्षुओं को 1 वर्ष का जिला प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसके अंतर्गत वह पूरे डिस्ट्रिक में प्रशासनिक सेटअप को समझते हैं | इस दौरान वह सीखते हैं कि एक जिले की प्रगति में एक अधिकारी का क्या रोल होता है और वहां के प्रतिनिधियों से कैसे मिलना है और बातचीत करना है |

दूसरा चरण (Second Step)

दूसरे चरण के अंतर्गत सभी प्रशिक्षुओं को अपने– अपने अनुभवों को साझा करने के अवसर दिया जाता है, जिसमें देश के शासन और प्रशासन की कमियों और अच्छाइयों को समझने में सक्षम बनाया जाता है। इसके साथ ही इस चरण में सरकारी मशीनरी के रूप में कार्य करनें वाले और बाहरी प्रतिष्ठित विशेषज्ञों के विशेष सत्र भी आयोजित किए जाते हैं। दरअसल प्रशिक्षण के दौरान अधिकारी प्रशिक्षुओं को सरकारी सेवा में अपना करिअर शुरु करने से पहले सीखने का अवसर प्राप्त होता है |

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लबसना में प्रशिक्षुओं की दिनचर्या (Routine of trainees in LBSNAA)

लबसना में प्रशिक्षुओं के दिन की शुरुआत प्रातः 6 बजे से 60 मिनट के अभ्यास ड्रिल के साथ होती है तथा शेष सभी कार्य दिनचर्या के अनुसार करना होता हैं | प्रातः 9 बजे से अकादमिक सत्र की शुरुआत होती है और एक दिन में 5 से 6 अकादमिक सत्र होते हैं | प्रत्येक सत्र के लिए 55 मिनट का समय निर्धारित होता है |

शाम के समय में प्रशिक्षुओं को खेलनें, घुड़सवारी करनें तथा सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल होनें का अवसर मिलता है | हालाँकि प्रशिक्षण के दौरान आउटडोर एक्टिविटी पर विशेष ध्यान दिया जाता है |  छुट्टियों में प्रशिक्षुओं को पैराग्लाइडिंग, एडवेंचर स्पोर्ट्स, शॉर्ट ट्रेक्स, रॉक क्लाइंबिंग के साथ-साथ हिमालय पर ट्रैकिंग करनें का मौका भी मिलता है | इस दौरान वह विपरीत परिस्थितियों में रहना सीखते है |

इसके साथ ही ग्रामीण जन-जीवन को बेहतर ढंग से समझनें के लिए अति पिछड़े गांवों में दौरा कराया जाता है | इसके साथ ही क्लबों और सोसाइटियों की गतिविधियों में हिस्सा लेने को प्रोत्साहित किया जाता है | इस प्रकार यह प्रशिक्षण कुल मिलाकर पूरे दो वर्षों में पूरा होता है |

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ट्रेनिंग समाप्ति पर MA की डिग्री (MA Degree At The End Of Training)

लबसना में दो वर्ष का प्रशिक्षण पूरा करनें के उपरांत उत्तीर्ण होनें वाले प्रत्येक अधिकारी को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय अर्थात जेएनयू द्वारा मान्यता प्राप्त MA इन पब्लिक मैनेजमेंट की डिग्री प्रदान की जाती है। आपको बता दे, कि यह डिग्री यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा क्लियर करने वाले IAS ऑफिसर्स को ही मिलती है |

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