सांसद निधि (MPLAD) योजना क्या है



भारत एक लोकतान्त्रिक देश है, जिसमे लोकसभा में 543 और राजयसभा में 250 सदस्य होते है | देश के लिए किसी भी बिल को पास होने के लिए, बिल को दोनों सदनों से होकर जाना पड़ता है, तभी बिल पास होगा | इसके अलावा लोकसभा और राजयसभा के सदस्यों का कार्य क्षेत्र भी बनाये गए है, जिसके लिए इन सदस्यों के लिए सांसद निधि (MPLAD) बनाई गई है | MPLAD यानि कि सांसद निधि में, सांसदों को प्रतिवर्ष 5 करोड़ रुपए दिए जाते है, जो ढाई- ढाई करोड़ की दो किश्तों में प्राप्त होते है | जिसे संसदीय क्षेत्र का जिलाधिकारी एक बैंक खाते में रखता हैं |

फिर इस निधि को सांसदों के निर्देश अनुसार इसका प्रयोग किया जाता हैं | इस फंड का दुरूपयोग न किया जा सके इसलिए इसके कार्य की समीक्षा हेतु प्रत्येक जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त होता है, जो सांसद निधि से खर्च होने वाली राशि के उपयोग की निगरानी करता है | यदि आप भी सांसद निधि (MPLAD) योजना क्या है, MPLAD Full Form , एमपीलैड के बारे में जानना चाहते है तो इसके विषय में जानकारी दी जा रही है |

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MPLAD Full Form

MPLAD का फुल फॉर्म “Members of Parliament Local Area Development Scheme” होता है | इसका उच्चारण ‘मेंबर्स ऑफ़ पार्लियामेंट लोकल एरिया डेवलपमेंट स्कीम’ होता है | इसका हिंदी में अर्थ “संसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के सदस्य” होता है | भारत सरकार द्वारा बनाई गई यह एक लाभकारी और विकासशील योजना है जो संसद के प्रत्येक सदस्य (लोक सभा, राज्य सभा और मनोनीत) को विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों पर उसके निर्वाचन क्षेत्र के विकास पर एक निश्चित राशि खर्च करने का अधिकार प्रदान करता है |

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एमपीलैड (MPLAD) के बारे में जानकारी

लोकसभा और राजयसभा सदस्यों को स्थानीय क्षेत्र विकास योजना हेतु MPLAD फंड प्रदान किया जाता है | इसे पहली बार वर्ष 1993 में प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के शासन काल में इस योजना को लागू किया गया था | इस योजना का मुख्य उद्देश्य विकासात्मक कार्यों हेतु धन मुहैया कराना था जिसकी सिफारिश संसद के सदस्यों द्वारा की जाती है |

शुरूआती समय में, 1994-95 और 1997-98 के मध्य, सांसद प्रतिवर्ष केवल 1 करोड़ राशि की विकास कार्यों करने हेतु मांग कर सकते थे, लेकिन कुछ समय पश्चात् यह फण्ड प्रति वर्ष 2 करोड़ कर दिया गया था | इसके बाद 2011-12 में कांग्रेस की UPA सरकार ने इस फंड में बढ़ोत्तरी करके 5 करोड़ कर दिया था | संसद इस निधि से अपने क्रियान्वन क्षेत्र में पीने के पानी, शिक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता हेतु और साथ ही बेहतर सड़कों का निर्माण और अन्य मूल भूत सुविधाओं हेतु राशि व्यय कर सकता है |

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MPLAD चर्चा का विषय क्यों है

वर्तमान समय में पूरा विश्व कोरोना महामारी की समस्या से जूझ रहा है, इसी कड़ी में भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए, MPLAD यानि कि सांसद निधि को फंडिंग पर 2 वर्षों तक रोक लगा दी है | जिसकी राशि का प्रयोग केंद्र सरकार कोरोना महामारी से निपटने के लिए करेगी |

इस फंडिंग से एकत्रित धन का प्रयोग स्क्रीनिंग, चिकित्सा परीक्षण की सुविधाएं जनता को प्रदान करने में खर्च करेगी | इसके अलावा COVID-19 से लड़ने के लिए आवश्यक वस्तुएं जो चिकित्सा संस्थानों के लिए जरूरी है इनमें इन्फ्रारेड थर्मामीटर, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) किट, थर्मल स्कैनर के साथ-साथ ICU वेंटिलेटर की सुविधा देने हेतु खर्च करने की योजना बनाई गई है |

यहाँ पर आपको सांसद निधि (MPLAD) योजना के विषय में जानकारी प्रदान की गई | यदि इस जानकारी से संतुष्ट है, या फिर इससे समबन्धित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करे और अपना सुझाव दे, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही निवारण किया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे|

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