एनआईटी (NIT) क्या है ?



आज के समय में युवा वर्ग अध्ययन के क्षेत्र में विशेष जानकारी लेते हुए आगे बढ़ना पसंद करते हैं। ताकि बेहतर करियर विकल्प उनके समक्ष मौजूद हो, और इसी दिशा में वर्तमान में युवा वर्ग का  विशेष रुप से रुझान इंजीनियरिंग की ओर देखा जाता है जहां पर देश में कई ऐसे माध्यम है जिससे इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की जा सकती है। इस श्रेणी में आज हम आपको NIT के बारे में  जानकारी देने वाले हैं ताकि आप भी सही तरीके से इस विषय पर उचित जानकारी प्राप्त कर सकें। आप सभी ने आईआईटी के बारे में तो काफी सुना होगा, लेकिन आज हम आपको एनआईटी के बारे में बतायगे | यदि आप इंजीनियरिंग करना चाहते है और आपका सपना आईआईटी में जाने का है लेकिन किसी कारणवश आप आईआईटी में एडमिशन नहीं ले पाए तो आप NIT में जरूर प्रयास कर सकते है |

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NIT क्या है?

एनआईटी एक ऐसा इंजीनियरिंग शिक्षण संस्थान है जिसके माध्यम से इंजीनियरिंग के उच्च स्तर का अध्ययन किया जा सकता है और साथ ही साथ वहां पर इंजीनियरिंग में स्नातक और स्नातकोत्तर के कोर्स भी किए जा सकते हैं। एनआईटी (NIT) का दर्जा काफी ऊंचा माना जाता है जहां पर इंजीनियरिंग करते हुए छात्र अपने भविष्य में सफल हो सकते हैं। भारत में वर्तमान में 30 से अधिक NIT विभिन्न स्थानों पर स्थापित किए गए हैं जिसके माध्यम से सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग शिक्षण प्राप्त किया जा सकता है।

NIT का फुल फॉर्म

NIT का फुल फॉर्म ” National Institute of Technology” है।

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NIT से जुड़ा इतिहास

NIT की स्थापना 1951 में की गई थी जहां पहले इसे क्षेत्र इंजीनियरिंग कॉलेज (आरईसी) के नाम से जाना जाता था। लेकिन 2002 में भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए 17 इंजीनियरिंग कॉलेज को बढ़ाकर इसका नाम “राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान” कर दिया था। हमारे देश में एनआईटी का नाम IIT (Indian Institutes of Technology) के बाद आता है जहां प्रतिवर्ष लाखों हजारों विद्यार्थी आकर अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करते हैं।

भारत में स्थित मुख्य  NIT संस्थान

भारत में ऐसे कई सारे एनआईटी संस्थान है जिसके माध्यम से शिक्षा को और भी दुरुस्त किया जा सकता है साथ साथ उच्च कोटि की इंजीनियरिंग करते हुए भविष्य को संवारा जा सकता है। ऐसे में आज हम आपको भारत में स्थित मुख्य NIT संस्थान के बारे में जानकारी देंगे।

  1. NIT राउरकेला, ओडिशा
  2. NIT कालीकट, केरल
  3. NIT तिरुचिरापल्ली, तमिल नाडु
  4. NIT सूरथकल ,कर्नाटक
  5. NIT वारंगल, तेलंगाना
  6. NIT कुरुक्षेत्र, हरियाणा
  7. NIT मोतीलाल नेहरू प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
  8. NIT मालवी जयपुर, राजस्थान
  9. NIT सरदार वल्लभभाई पटेल सूरत, गुजरात
  10. NIT विश्वेश्वरैया नागपुर, महाराष्ट्र
  11. NIT पुडुचेरी
  12. NIT मेघालय
  13. NIT सिक्किम
  14. NIT मिजोरम
  15. NIT उत्तराखंड
  16. NIT श्रीनगर
  17. NIT मौलाना आजाद ( Manit ) भोपाल, मध्य प्रदेश
  18. NIT डॉक्टर बी आर अंबेडकर जालंधर, पंजाब
  19. NIT अगरतला
  20. NIT रायपुर, छत्तीसगढ़
  21. NIT दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल
  22. NIT गोवा
  23. NIT जमशेदपुर
  24. NIT पटना, बिहार
  25. NIT दिल्ली
  26. NIT मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ( MNNIT)
  27. NIT सिलचर
  28. NIT यूपीया
  29. NIT दीमापुर
  30. NIT Tadepalligudem

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NIT के विभिन्न कोर्स

NIT के माध्यम से अगर आप इंजीनियरिंग करना चाहते हैं, तो आपके लिए अच्छे विकल्प भी मिल सकते हैं। इसके अलावा इसके माध्यम से कुछ दूसरे कोर्स में किए जा सकते हैं।

  1. 2 वर्षीय M.Arch कोर्स
  2. 2 वर्षीय M.Tech कोर्स
  3. 4 वर्षीय बीटेक कोर्स
  4. 5 वर्षीय B.Arch कोर्स
  5. 5 वर्षीय इंटीग्रेटेड बीटेक एमटेक कोर्स
  6. एमसीए कोर्स
  7. एमबीए कोर्स
  8. पीएचडी
  9. एमएससी कोर्स

NIT कोर्स के लिए कॉलेज में एडमिशन की शर्तें

अगर आप एक अच्छे छात्र हैं और अपनी काबिलियत दिखाना चाहते हैं, तो ऐसे में आप इस इंस्टिट्यूट का मार्गदर्शन ले सकते हैं। इसके लिए आपको एडमिशन के लिए कुछ मुख्य शर्तों  से गुजरना होगा।

  1. इसके लिए सबसे पहले आपको 12वीं की परीक्षा अच्छे नंबरों से उत्तीर्ण करना होगा जिसमें विज्ञान विषय अनिवार्य है।
  2. आपके द्वारा 12वीं में लिए गए विषयों में मुख्य रूप से मैथमेटिक्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री होना अनिवार्य है तभी आप इस इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे।
  3. अगर आपने 12वीं की परीक्षा किसी स्टेट बोर्ड से पास की हो तो ऐसे में आपके अच्छे प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है।
  4. आपके द्वारा दी गई 12वीं की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 75% अंक होना अनिवार्य माना गया है।
  5. इंस्टीट्यूट में ऐडमिशन के लिए एक मुख्य एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करनी होगी जिसे मुख्य रूप से जेईई मेंस कहा जाता है।
  6. जेईई मेंस की परीक्षा साल में दो बार होती है जिसे ऑनलाइन कराया जाता है।
  7. अगर आपने इस जेईई मेंस की परीक्षा में अच्छे रैंक हासिल कर लिए हो तो फिर आपका एनआईटी कॉलेज में आसानी के साथ ही एडमिशन हो सकता है।

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NIT एडमिशन के लिए प्रक्रिया

अगर आप एनआईटी में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो इसके लिए जेईई मेंस की परीक्षा आयोजित की जाती है। परीक्षा हो जाने के बाद पास होने वाले उम्मीदवारों की रैंकिंग तैयार की जाती है। उसके बाद रैंकिंग के आधार पर विद्यार्थियों की काउंसलिंग की जाती है और उसके बाद एडमिशन लिया जाता है।

 यह प्रक्रिया थोड़ी मुश्किल जरूर है लेकिन अगर मेहनत की जाए तो निश्चित रूप से ही सफलता हासिल की जा सकती है और बहुत ही जल्द अपने भविष्य को भी संवारा जा सकता है।

NIT में जाने के लिए मुख्य फोकस

अगर आप एनआईटी के माध्यम से इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए आपका मुख्य फोकस आपकी मेहनत पर होना चाहिए। कभी भी किसी एग्जाम को हल्के में नहीं लेना चाहिए और हमेशा जी तोड़ मेहनत करना चाहिए। हम यह नहीं कहते कि आपको किसी भी ऐसे मुख्य एक्जाम के लिए दिन भर पढ़ाई करना होगा लेकिन जितने भी घंटे आप पढ़ाई करते हैं, उतने घंटे आपको अपनी पढ़ाई पर ही फोकस करना होगा। जो भी आप के मुख्य सब्जेक्ट हैं उनके ऊपर उचित ध्यान देना होगा साथ ही साथ लास्ट ईयर के सोल्ड पेपर को भी देखकर आप नॉलेज बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में हो जिन्होंने एन आई टी एग्जाम क्लियर किया हो, तो आप उनकी मदद ले सकते हैं या फिर उनसे थोड़ा मार्गदर्शन लिया जा सकता है। इसके अलावा पिछला जो कुछ भी हुआ उन सभी बातों और चीजों को भूल कर अपना ध्यान अगर आप पढ़ाई में लगाते हैं, तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।

NIT के लिए युवा वर्ग की पहली पसंद

जो भी युवा वर्ग एनआईटी के माध्यम से इंजीनियरिंग करना चाहते हैं ऐसे में उनकी पहली पसंद एनआईटी गोवा या फिर एनआईटी दिल्ली ही होती है। एक अनुमान के अनुसार ऐसा माना जाता है कि इन 2 जगहों से NIT करने पर निश्चित रूप से ही सफलता हासिल होती है और आगे भी अच्छी नौकरी हासिल की जा सकती है।

अब छात्राओं की भी पसंद है एनआईटी में इंजीनियरिंग

सामान्य रूप से ऐसा देखा जा रहा था कि एनआईटी में इंजीनियर करने वाले छात्रों की संख्या अधिक थी जो विभिन्न ब्रांच में जाकर इंजीनियरिंग करते थे और फिर उन्हें एक बेहतरीन नौकरी प्राप्त होती थी लेकिन बीते कुछ दशकों में हमने जाना और देखा कि अब छात्राएं भी एनआईटी के माध्यम से इंजीनियरिंग करने में काफी हद तक आगे आ चुकी हैं। एनआईटी द्वारा दिए जाने वाले एंट्रेंस एग्जाम में ज्यादातर कैंडिडेट छात्राएं होती हैं जो अपने भविष्य को लेकर सजग होती है और एक अच्छे मुकाम तक पहुंचना चाहती हैं।

एनआईटी से इंजीनियरिंग के बाद मिलने वाले नौकरी के अवसर

सामान्य रूप से यह भी देखा जाता है कि जब किसी अच्छे इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की जाती है, तो उसके बाद नौकरी के अवसर कहीं ज्यादा हो जाते हैं। ऐसे में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एनआईटी का नाम आज काफी मशहूर है जहां पर कई सारे लोग जाकर शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं। ऐसे में अगर आपने एनआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है तो आपको आसानी के साथ ही रिप्लेसमेंट के दौरान किसी अच्छी मल्टीनेशनल कंपनी या नेशनल कंपनी में भी अच्छी जॉब ऑफर हो सकती है। इसमें मिलने वाली जॉब में सालाना पैकेज लाखों में होती है जो किसी एक इंजीनियर के लिए एक गौरवान्वित कर देने वाला पल होता है।

इसके अलावा अगर आपने अच्छी इंस्टिट्यूट से इंजीनियरिंग कर ली है, तो आप उसका इस्तेमाल अपने किसी बिजनेस को बढ़ाने में कर सकते हैं। कई बार कुछ लोग अच्छे इंस्टिट्यूट से इंजीनियरिंग करने के बाद अपने फैमिली बिजनेस में अपना मार्गदर्शन देते हैं और फिर उसे नए सिरे से आगे बढ़ाते हैं। ऐसे में अगर आप चाहे तो बिजनेस करके भी देश को एक नई रोशनी दी जा सकती है साथ ही साथ आगे बढ़ा जा सकता है।

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NIT और IIT में क्या अंतर है ?

ऐसे विद्यार्थी गण जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं और जिन्हें इस बारे में कोई खास जानकारी नहीं है लेकिन वे एनआईटी और आईआईटी के बीच में कंफ्यूज हो जाते हैं ऐसे में हम उनकी दिक्कत को दूर करना चाहते हैं।

दरअसल यह दोनों अलग-अलग इंस्टीट्यूट हैं और दोनों की शर्तें और नियम बिल्कुल ही अलग हैं। जैसा की आप सभी को पता है कि किसी भी इंस्टीट्यूट में ऐडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इन दोनों ही इंस्टीट्यूट एनआईटी( NIT) और आईआईटी (IIT) के लिए अलग-अलग एंट्रेंस एग्जाम होते हैं। जब इन दोनों के एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर कर लिया जाएगा तभी विशेष रूप से उस इंस्टीट्यूट में ऐडमिशन दिया जाता है।

इसके अलावा हमने देखा है कि जो भी लोग IIT mains  को क्लियर कर लेते हैं वह आसानी के साथ एनआईटी में एडमिशन ले सकते हैं लेकिन IIT के लिए IIT मेंस और JEE  एडवांस एग्जाम दोनों क्लियर होना चाहिए। ऐसे में दोनों ही इंस्टिट्यूट का पढ़ाने का तरीका बिलकुल अलग होता है।

अगर आप भी दोनों में कंफ्यूजन महसूस करते हैं, तो निश्चित रूप से ही इस बात की जानकारी आपको होना चाहिए कि एनआईटी काफी हद तक आईआईटी से अलग होता है और दोनों के माध्यम से ही आप अच्छी क्वालिटी की इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते हैं और एक अच्छी नौकरी भी हासिल की जा सकती है।

NIT में एडमिशन के लिए ली जा सकती है कोचिंग

अगर आप एनआईटी के माध्यम से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना उचित समझ रहे हैं, ऐसे में बेहतर होगा अगर आप किसी अच्छे कोचिंग संस्थान के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करते हुए एंट्रेंस एग्जाम दे। एनआईटी के माध्यम से ली जाने वाली एंट्रेंस एग्जाम काफी हद तक मुश्किल और अलग जान पड़ती है। ऐसे में अगर कोचिंग का सहारा लिया जाता है, तो निश्चित रूप से ही आप सफलता हासिल कर सकते हैं और किसी प्रकार की दिक्कत को दूर करते हुए आगे बढ़ सकते हैं।

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