गैरेज (Car Bike Repair) का काम कैसे सीखे



बड़े बुजुर्ग कह गए हैं कि जिन लोगों के पास कोई हुनर होता है उन्हें पैसा कमाने के लिए किसी भी व्यक्ति के सामने हाथ नहीं फैलाने होते हैं, क्योंकि वह अपने हुनर का इस्तेमाल करके तब तक पैसा कमाते हैं जब तक उनके हाथ, पैर और उनकी आंखें काम करती हैं। हुनर वाले कई काम है जिसके द्वारा आप भी चाहे तो अपना खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं या फिर किसी जगह पर नौकरी कर सकते हैं।

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ऐसा ही काम है कार और बाइक मैकेनिक का। अगर आप कार और बाइक रिपेयरिंग करना जानते हैं तो आप खुद का मोटर गैराज ओपन कर सकते हैं या फिर किसी मोटर गेराज में नौकरी कर सकते हैं और अच्छी कमाई कर सकते हैं। आइए इस पेज पर कि “कार/ बाइक मैकेनिक कौन होते हैं” और “कार/ बाइक मैकेनिक कैसे बने ? जानते हैं।

मैकेनिकल इंजीनियर (Mechanical Engineer) कैसे बनें

कार/ बाइक मैकेनिक कौन होते हैं?

कार, बाइक मैकेनिक का हिंदी में मतलब एक कौशल प्राप्त कारीगर होता है। इन कारीगरों द्वारा ऑटोमेटिक गाड़ी जैसे कि बाइक, बस, ट्रक और कार इत्यादि की देखभाल की जाती है।



और उनमें किसी भी प्रकार की खराबी आने पर उनकी मरम्मत करके उन्हें ठीक करने का काम भी किया जाता है। कार, बाइक मैकेनिक को अच्छी तरह से यह पता होता है कि गाड़ी में जो खराबी हुई है उसकी वजह क्या है और कैसे उसे ठीक किया जा सकता है।

कार बाइक मैकेनिक के द्वारा गाड़ी में आई हुई समस्या को ठीक करने के लिए समस्या का विश्लेषण किया जाता है और जो कारण प्राप्त होते हैं उसे दूर करने का प्रयास किया जाता है। अगर गाड़ी में कोई भी भाग खराब हो गया है और वह भाग बदलने लायक है तो उसे बदलने का काम भी कार बाइक मैकेनिक के द्वारा किया जाता है।

हालांकि सभी कार बाइक मैकेनिक कार बाइक के सभी कामों को नहीं कर सकते। यह कुछ विशेष कार्यों को करने के लिए ही ट्रेंड होते हैं। कोई मोटर मैकेनिक सिर्फ कार के इंजन, गियर बॉक्स और क्लच की सर्विस कर सकता है तो कोई मोटर मैकेनिक कार के एलॉय व्हील, बैटरी, लाइटिंग इत्यादि संबंधित कामों को सही प्रकार से करता है।

कार/बाइक मैकेनिक कैसे बने ?

कार बाइक मैकेनिक अर्थात मोटर मैकेनिक बनने के कई तरीके हैं। आप चाहे तो किसी आईटीआई कोर्स या फिर मोटर मैकेनिक डिप्लोमा कोर्स को करके भी कार बाइक मैकेनिक बन सकते हैं।

 या फिर आप चाहे तो किसी मोटर रिपेयरिंग गेराज में भी कुछ महीने काम करके इस काम को सीख सकते हैं और उसके बाद या तो नौकरी कर सकते हैं या फिर खुद का मोटर रिपेयरिंग बिजनेस अथवा मोटर रिपेयरिंग गेराज शुरू कर सकते हैं।

कार बाइक मैकेनिक बनने के लिए योग्यता

कार बाइक मैकेनिक बनने के लिए अगर आप आईटीआई/डिप्लोमा कोर्स करते हैं तो इसके लिए दसवीं क्लास पास होना आवश्यक है, तभी आपको कोर्स में एडमिशन मिलेगा। वही किसी गैरेज में काम करके कार बाइक मैकेनिक बनने के लिए आपकी पढ़ाई मायने नहीं रखती है। मोटर मैकेनिक बनने के लिए बस आपके अंदर इस काम को सीखने का जुनून होना चाहिए।

गैरेज (Car Bike Repair) का काम कैसे सीखे – कोर्स

एक कुशल मोटर गैराज मैकेनिक बनने के लिए आपको कार और बाइक रिपेयरिंग का काम भी सीखना होता है। इस काम को सीखने के लिए आप विभिन्न प्रकार के आईटीआई वाले कोर्स को कर सकते हैं या फिर किसी मोटर गैराज में कुछ समय के लिए काम भी कर सकते हैं।

इसके अलावा अगर आप घर बैठे ही कार बाइक रिपेयरिंग का काम सीखना चाहते हैं तो आप यूट्यूब के ट्यूटोरियल वीडियो की सहायता ले सकते हैं। नीचे आपको हम कुछ प्रमुख तरीके मोटर गैराज मैकेनिक बनने के अथवा कार बाइक मैकेनिक बनने के बता रहे हैं।

आईटीआई कोर्स

मोटर रिपेयरिंग मैकेनिक बनने के लिए आप आईटीआई का कोर्स कर सकते हैं। आईटीआई के कोर्स में एडमिशन पाने का प्रयास आप दसवीं क्लास को पास करने के बाद कर सकते हैं। सामान्य तौर पर मोटर मैकेनिक आईटीआई का कोर्स 1 साल से लेकर के 2 साल का होता है।

कोर्स को पूरा करने के बाद आपको सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है, जो आपके लिए काफी काम का साबित होता है। आपको कार बाइक के आईटीआई रिपेरिंग कोर्स में थिअरी की जानकारी तो दी ही जाती है, साथ ही आपको प्रैक्टिकल भी करवाया जाता है।

यानी कि आपको अपने हाथों से विभिन्न प्रकार की गाड़ियों की रिपेयरिंग को ठीक करने के लिए कहा जाता है। इस प्रकार से जब आप कोर्स को पूरा करके सर्टिफिकेट प्राप्त कर लेते हैं तो आपके हाथों में हुनर आ जाता है। इसके बाद आप किसी मोटर गैराज में नौकरी कर सकते हैं या फिर अपना खुद का मोटर गैराज रिपेयरिंग सेंटर ओपन कर सकते हैं।

डिप्लोमा कोर्स

जिस प्रकार से आप मोटर मैकेनिक बनने के लिए आईटीआई कोर्स कर सकते हैं, उसी प्रकार से विभिन्न डिप्लोमा कोर्स भी उपलब्ध है जिन्हें आप कर सकते हैं। डिप्लोमा कोर्स सामान्य तौर पर 3 साल का होता है। इसमें प्रवेश पाने के लिए आपका दसवीं क्लास अथवा 12वीं क्लास पास होना आवश्यक है।

डिप्लोमा के कोर्स में भी आपको थिअरी के साथ ही साथ प्रैक्टिकल जानकारी प्रदान की जाती है, ताकि आप मोटर रिपेयरिंग से संबंधित सभी जानकारियों को बारीकी से सीखे। कोर्स पूरा करने के बाद आपको मोटर मैकेनिकल डिप्लोमा सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाता है, जिसकी सहायता से आप गवर्नमेंट या प्राइवेट डिपार्टमेंट में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।

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मोटर गैरेज में काम

अगर आप ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं और आपके पास आईटीआई/डिप्लोमा कोर्स करने के लिए पैसे का बजट भी नहीं है और उसके बावजूद भी आप मोटर मैकेनिक बनना चाहते हैं तो आप अपने घर के आस-पास जो मोटर गैराज है वहां पर जाए और मोटर गैराज के मालिक से बात करें और उनसे काम सिखाने के लिए कहें।

अगर मोटर गैराज का मालिक मान जाता है तो वह आपको काम सिखाने के लिए तैयार हो जाएगा। अब आपको उनके गेराज में आने वाले विभिन्न गाड़ियों की रिपेयरिंग कैसे होती है इस पर बारीकी से नजर बनाकर रखनी है और खुद भी छोटे-मोटे काम करना शुरू कर देना है। इस प्रकार से 4 से 8 महीने के अंदर ही आप खुद ही गाड़ियों की रिपेयरिंग करना सीख जाएंगे।

यूट्यूब से सहायता लें

मोटर मैकेनिक बनने के लिए अथवा कार बाइक मैकेनिक बनने के लिए आप यूट्यूब की सहायता ले सकते हैं। हालांकि अगर आप इस तरीके पर अमल करते हैं तो आपको काफी लंबा समय मोटर मैकेनिक बनने के लिए लग जाएगा।

यूट्यूब पर ऐसे कई चैनल है जहां पर कार और बाइक रिपेयरिंग से संबंधित वीडियो अपलोड किए जाते हैं और उसमें यह बताया जाता है कि कौन सी समस्या का समाधान कैसे होगा और कैसे समस्या को ठीक किया जा सकता है।

आप उन वीडियो की सहायता से Experiment करना चालू कर सकते हैं। इसमें समय तो लंबा लगेगा परंतु आप बिना खर्च के एक न एक दिन बेहतरीन तरीके से कार और मोटर का अच्छा काम सीखने में सफल होंगे।

किताबों की सहायता लें

कुछ ऐसी किताबे है जिसमें विस्तार से फोटो सहित कार और मोटर रिपेयरिंग से संबंधित कई बातों को बताया गया है। हालांकि ऐसी किताबें अधिकतर अंग्रेजी में ही होती है।

इसीलिए अगर आप इंग्लिश पढ़ना और समझना जानते हैं तो आप ऐसी किताबों की सहायता ले करके भी कार और मोटर मैकेनिक का काम सीखने का प्रयास कर सकते हैं। नीचे उन किताबों के नाम दिए गए हैं।

  • How Cars Work by Tom Newton
  •  Auto Repair For Dummies
  • -Automotive Engines: Diagnosis, Repair, Rebuilding
  • Automotive Wiring and Electrical Systems
  • Automotive Technology: Principles, Diagnosis, and Service

मोटर मैकेनिक को ज्ञात होने वाली जानकारियां

एक मोटर मैकेनिक को कुछ बातें अवश्य ज्ञात होनी चाहिए, जो कि निम्नानुसार है।

  • मोटर मैकेनिक को पार्कर के जितने भी टूल्स है, उनके बारे में जानकारी होनी चाहिए। उसे यह पता होना चाहिए कि आखिर उन टूल्स का इस्तेमाल कैसे किया जाता है साथ ही यह भी पता होना चाहिए कि कौन से टूल्स का इस्तेमाल क्या है?
  • मोटर मैकेनिक को सरलता से नट बोल्ट खोलना या फिर नट बोल्ट को जोड़ना आना चाहिए।
  • एक कार बाइक मैकेनिक को यह पता होना चाहिए कि गाड़ी के कौन से पार्ट्स कहां पर लगे हुए होते हैं और उन पार्ट्स को कैसे बदला जाता है या फिर उनकी रिपेयरिंग कैसे की जाती है।
  • गाड़ी का कौन सा भाग किस प्रकार से काम करता है इसकी जानकारी भी मोटर मैकेनिक को होनी चाहिए।
  • मोटर मैकेनिक को इंजन खोलना और इंजन जोड़ना आना चाहिए साथ ही अगर इंजन जाम हो गया है तो उसे फिर से चालू करना आना चाहिए।
  • मोटर मैकेनिक को इंजन की आवाज सुन कर के ही यह अंदाजा लगाना आना चाहिए की गाड़ी में इंजन की क्या समस्या हो सकती है।
  • मोटर मैकेनिक को गाड़ी की रिपेयरिंग करने के साथ ही साथ गाड़ी की सर्विसिंग करना भी आना चाहिए।
  • मोटर मैकेनिक को यह पता होना चाहिए कि गाड़ी में जो पार्ट बदला जाना है उसकी मार्केट में कीमत क्या है और क्या वह पार्ट उसके पास उपलब्ध है अथवा नहीं।

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कार बाइक मैकेनिक बनने के फायदे

कार बाइक रिपेयरिंग करना सीख जाने के बाद और कार बाइक मैकेनिक बन जाने के बाद यह आपके ऊपर डिपेंड करता है कि आप अपना खुद का कोई बिजनेस चालू करते हैं या फिर किसी गेराज में नौकरी करते हैं।

अगर आप ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं तो आपको अपना बिजनेस चालू करना चाहिए। हालांकि इसके लिए आपको थोड़ा बहुत इन्वेस्टमेंट करने की भी आवश्यकता हो सकती है, वहीं अगर आप किसी मोटर गेराज में काम करना चाहते हैं तो आप वहां पर नौकरी कर सकते हैं।

बता दें कि देश की नामी-गिरामी कंपनियां कार बाइक रिपेयरिंग वर्कर को नौकरी पर रखती है। अगर आपको ऐसी किसी कंपनी में नौकरी मिल जाती है तो आपके शुरुआती तनख्वाह काफी अच्छी रहेगी।

इस काम को सही प्रकार से सीखने के बाद आप चाहे तो विदेश जाने के लिए भी आवेदन कर सकते हैं, क्योंकि विदेशों में भी भारतीय कार बाइक रिपेयरिंग मैकेनिक की आवश्यकता हमेशा बनी हुई रहती है।

कार बाइक मैकेनिक बनने के नुकसान

इस काम का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि आपको हमेशा गंदगी में रहना पड़ता है क्योंकि मोटर की रिपेयरिंग करने के दरमियान अक्सर गंदा तेल आपके कपड़े पर पड़ जाता है या फिर आपको मोटर के नीचे घुस करके उसकी रिपेयरिंग करनी होती है।

ऐसे में आपकी बॉडी और आपके कपड़े पर तेल, मोबिल, ग्रीस इत्यादि चीजें आकर चिपक जाती है। इस प्रकार से अधिकतर समय आपको धूल मिट्टी में ही रहना होता है। इसके साथ ही साथ अगर आपके पास अपना खुद का गैरेज है तो आपको गैरेज में मौजूद सभी मोटर की देखभाल भी करनी होती है ताकि कोई मोटर की चोरी ना करें।

कार बाइक मैकेनिक की सैलरी

एक कार बाइक मैकेनिक को तभी पैसे की प्राप्ति होती है जब वह किसी मोटर गैराज में या फिर किसी मोटर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में नौकरी करता है। अगर आप किसी जगह पर नौकरी करते हैं तो शुरुआत में आपको कार बाइक मैकेनिक के तौर पर 11000 से लेकर के ₹15000 की तनख्वाह मिलती है।

हालांकि अगर कंपनी इंटरनेशनल लेवल की है या फिर आप गवर्नमेंट नौकरी करते हैं तो आपकी शुरुआती तनख्वाह 18000 से लेकर के ₹35000 के आसपास में हो सकती है। अगर आप अपना खुद का बिजनेस चालू करते हैं तो आपको कोई सैलरी नहीं मिलती, क्योंकि आप खुद अपने बिजनेस के मालिक होते हैं। इसलिए जो कमाई होती है वह पूरी आपकी होती है।

FAQ:

कार मैकेनिक बनने में कितना टाइम लगता है ?

यह आपके ऊपर डिपेंड करता है कि आप कितने समय में कार मैकेनिक बन जाते हैं। जितनी मेहनत और लगन से आप इस काम को सीखने का प्रयास करेंगे, आप उतने ही कम समय में कार मैकेनिक बनने में कामयाब होंगे।

कार मैकेनिक बनने के लिए क्या करना चाहिए ?

कार मैकेनिक बनने के लिए आप संबंधित ट्रेड में आईटीआई/ डिप्लोमा का कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा आप किसी मोटर गैराज में कुछ समय के लिए काम कर सकते हैं या फिर आप यूट्यूब से कार मैकेनिक बनने का वीडियो देखकर के धीरे-धीरे सीखने का प्रयास कर सकते हैं।

मोटरसाइकिल मैकेनिक कोर्स कितने साल का होता है ?

मोटरसाइकिल मैकेनिक बनने का कोर्स या तो 1 साल का होता है या फिर 2 साल का होता है। इतने सालों में आपको इसकी कंप्लीट जानकारी मिल जाती है।

मोटर मैकेनिक में क्या क्या सिखाया जाता है ?

मोटर मैकेनिक में आपको ऑटोमोबाइल सेक्टर और मोटर व्हीकल से संबंधित बेसिक जानकारियों को सिखाया जाता है। इसके साथ ही इसमें प्रैक्टिकल, थिअरी, इंजीनियरिंग, मैथमेटिक्स इत्यादि के साथ ही साथ रिपेयरिंग और मेंटेनेंस के काम को भी सिखाया जाता है।

आईटीआई (ITI) कोर्स क्या है?

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