एम फार्मा (M. Pharma) क्या होता है ?



आज के समय में मेडिकल जगत ने काफी वृद्धि कर ली है, जहां पर युवा वर्ग को नए नए रास्ते मिल जाते हैं जिनकी बदौलत वे आगे बढ़कर अपने भविष्य को संवार सकें। अगर आप मेडिकल क्षेत्र में एक नई मंजिल हासिल करना चाहते हैं, तो ऐसे में एम फार्मा (M. Pharma) करना आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होगा।

लेकिन जानकारी के अभाव के चलते अगर आपको इस दिशा में करियर बनाने में किसी तरह की समस्या हो रही है तो आज हम आपको एम फार्मा (M. Pharma) क्या है? योग्यता, एंट्रेंस एग्जाम और इस विषय पर संपूर्ण जानकारी देंगे जो कहीं ना कहीं आपके भविष्य के लिए बेहतर साबित होगी।

बी फार्मा (B.Pharma) क्या होता है ?

एम फार्मा ( M.Pharma)  क्या है?

एम फार्मा (M. Pharma) आज के समय में युवाओं की पहली पसंद बना हुआ है। यह मुख्य रूप से एक पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है, जो 2 सालों का होता है। यह एक ऐसा कोर्स है जिसके माध्यम से नई दवाइयों को बनाने का प्रक्रम किया जाता है।

साथ ही साथ इस ओर से कई प्रकार के शोध कार्य किए जाते हैं जो कहीं ना कहीं भविष्य के लिए कारगर साबित होते हैं। अगर आपने एम फार्मा का कोर्स किया है, तो ये आपके भविष्य को सही दिशा की ओर ले जाने के लिए काबिल बन जाता है जिसके माध्यम से आप आगे बढ़ सकते हैं।

एम फार्मा ( M.Pharma) का फुल फॉर्म

मुख्य रूप से एम फार्मा का फुल फॉर्म “Master of Pharmacy” मास्टर आफ फार्मेसी है।

एम फार्मा ( M.Pharma) में प्रवेश हेतु विशेष योग्यता

अगर आप एम फार्मा करना चाहते हैं, तो इसके अंतर्गत आपको कुछ योग्यताओं का होना आवश्यक है ताकि सही तरीके से अपने कार्य को आगे बढ़ाया जा सके।

  • एम फार्मा करने के लिए सबसे पहली बात यह है कि इस कोर्स को करने के लिए आप अपने दिल से इच्छुक होने चाहिए ताकि बीच में ही आपको किसी प्रकार की दिक्कत ना हो और आप आसानी के साथ आगे बढ़ सके।
  • एम फार्मा करने के लिए आप को मान्यता प्राप्त विद्यालय से 12वीं कक्षा पास होना चाहिए। इस के अलावा किसी अच्छे मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ फार्मेसी अर्थात बी फार्मा का कोर्स पूरा करना होगा।
  • एम फार्मा कोर्स करते समय आपको बी फार्मा में कम से  कम 55% अंक हासिल करना होगा |

एम.फार्मा ( M.Pharma) कोर्स करने के लिए चयन प्रक्रिया

  • अगर आप किसी अच्छे संस्थान से एम फार्मा का कोर्स करते हैं तो इसके अंतर्गत आपको चयन प्रक्रिया से गुजरना होगा। अगर आप किसी अच्छे  कॉलेज से एम फार्मा करना चाहते हैं तो इसके अंतर्गत आपको विभिन्न प्रकार के एंट्रेंस एग्जाम देना होगा जिसमें ज्यादा अंक आने पर ही आपका एडमिशन हो सकेगा।
  •  ऐसे में आपको M फार्मा एग्जाम की तैयारी पहले से ही शुरू करनी होगी।
  • अगर आप किसी प्राइवेट कॉलेज के माध्यम से यह कोर्स करना चाहते हैं, इसके लिए आप बिना एंट्रेंस एग्जाम के प्रवेश ले सकते हैं इसके लिए आपको मोटी फीस अदा करनी होती है।

 एम फार्मा ( M.Pharma) कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम

अगर आप एम फार्मेसी एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से करना चाहते हैं, तो ऐसे में आप कई प्रकार के एग्जाम देते हुए किसी अच्छे सरकारी कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं। इसके लिए आपको GPAT, NIPER,HPCET,OJEE,BITS, JEE,TS PGECET एग्जाम के माध्यम से दाखिला ले सकते हैं।

फार्मा कोर्स में लगने वाली फीस

अगर आप किसी भी Course के बारे में बात करते हैं तो अलग अलग संस्थान में अलग अलग तरीके से फीस निर्धारित की गई है जो कहीं ना कहीं आपके लिए कभी-कभी परेशानी का सबब होता है। ऐसे में अगर आपने किसी सरकारी कॉलेज से एम फार्मा करने के बारे में सोचा है, तो इसमें आपको कम से कम ₹20000 से ₹50000 प्रति वर्ष लगते हैं लेकिन अगर आप किसी प्राइवेट कॉलेज से एम फार्मा करने के बारे में सोचते हैं तो इसमें आपको कॉलेज की फीस लगभग ₹25000 से लेकर 150000 तक प्रतिवर्ष देने होते हैं जो की सरकारी कॉलेज की तुलना में कहीं ज्यादा है।

एम फार्मा ( M.Pharma) कोर्स में लगने वाला समय

  • अगर आप अपना एम फार्मा का कोर्स करना चाहते हैं तो इसके माध्यम से आप अच्छी नई बातों को सीखते हैं जो आपकी जानकारी और नॉलेज को बढ़ाता है। ऐसे में आपके एम फार्मा का कोर्स 2 साल का होता है जो लगभग 4 सेमेस्टर के बीच में बंटा होता है।
  • इसके अंतर्गत हर सेमेस्टर 6 महीने का होता है जहां पर आपको प्रति सेमेस्टर एग्जाम देकर पास होना होता है।
  • अगर आप किसी एक सेमेस्टर में पास नहीं हो पाते हैं ऐसे में आपके पास एक मौका और होता है ताकि आप फिर से परीक्षा में पास हो सके। अगर आप बारहवीं कक्षा के बाद से ही बी फार्मा और एम फार्मा का कोर्स कर लेते हैं तो आसानी के साथ 5 साल में ही फार्मेसी पूरी कर सकते हैं जिसका उपयोग आप अपने क्षेत्र में  कर पाते हैं।

एम फार्मा का मुख्य सिलेबस

एम फार्मा 4 सेमेस्टर में बंटे होते हैं जिनमें प्रत्येक सेमेस्टर में अलग-अलग सिलेबस होता है जिसके अनुसार ही आपको पढ़ाई करना होता है।

जिसमें पहले और दूसरे सेमेस्टर में आपको मॉडर्न एनालिटिकल टेक्निक्स, केमिस्ट्री ऑफ मेडिकल नेचुरल प्रोडक्ट, ऑर्गेनिक केमिस्ट्री, स्टेबलाइजेशन मेथड आफ हर्बल फॉर्मूलेशन, एडवांस इन फार्मास्यूटिकल टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी दी जाती है।

इसके बाद तीसरे सेमेस्टर के सिलेबस में फार्मास्यूटिकल साइंस के सेमिनार के बारे में जानकारी दी जाती है और अंत में चौथे सेमेस्टर में थिसिस और वाइवा के अंतर्गत अध्ययन किया जाता है।

भारत के मुख्य एम फार्मा ( M.Pharma) कॉलेज

अगर आप भारत में ही किसी अच्छे एम फार्मा कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं हम आपकी पूरी मदद करेंगे।

  • नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च मोहाली, पंजाब |
  • दिल्ली इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड रिसर्च |
  • मुंबई कॉलेज ऑफ फार्मेसी |
  • बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी रांची |
  • चंडीगढ़ विश्वविद्यालय |
  • फार्मेसी के सीएमआर कॉलेज |
  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर |
  • मणिपाल कॉलेज आफ फार्मास्यूटिकल साइंस अन्नामलाई विश्वविद्यालय |
  • निरमा विश्वविद्यालय अहमदाबाद, गुजरात |
  • फार्मेसी के पूना कॉलेज |

एम फार्मा ( M.Pharma) करने के बाद रोजगार के विभिन्न क्षेत्र

फार्मा एक ऐसा कोर्स है जिसको करने के बाद आपको कई प्रकार के रोजगार के अवसर प्राप्त होते है जहां पर आप खुद को साबित कर सकते हैं।

  • अनुसंधान में मिलने वाला विशेष पद |
  • ड्रग कंट्रोल डायरेक्टर के रूप में पदोन्नति |
  •  ड्रग एनालिसिस के रूप में कार्यभार |
  • विश्लेषणात्मक का पद |
  • शिक्षक और व्याख्याता का पद |
  • शोधकर्ता |
  • मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट का कार्यभार |
  • दवाइयां संबंधित बिजनेस की शुरुआत करना |
  • किसी सरकारी विभाग में दवा शोध कार्य |
  • प्राइवेट कंपनी में फार्मेसी मैनेजर |

फार्मा कोर्स के बाद मिलने वाली सैलरी

जब हम किसी भी कार्य की शुरूआत करते हैं तो शुरू शुरू में ज्यादा सैलरी प्राप्त नहीं होती उसी प्रकार एम फार्मा करने पर भी शुरू में कम से कम ₹30000 प्रति महीने प्राप्त होते हैं लेकिन जैसे-जैसे आपके पास अनुभव होता जाता है तो आप आसानी के साथ ही ₹60000 से ₹70000 प्रति माह कमा सकते हैं।

ऐसे में अगर आप निरंतर रूप से मेहनत करते हैं, तो निश्चित रूप से ही आपकी सैलरी में बहुत जल्दी इजाफा होता है। इसके अतिरिक्त प्राइवेट कंपनियों में काम करने में आपको कहीं ज्यादा सैलरी प्राप्त होती है लेकिन मेहनत दोगुनी लगती है।

D Pharma क्या होता है ?

एम फार्मा ( M.Pharma) कोर्स करने के फायदे

अगर आप एम फार्मा कोर्स करते हैं, तो यह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होता है क्योंकि आज के समय में यह कोर्स करने से युवा वर्ग को एक नई राह मिल जाती है।

  • आज के समय में फार्मेसी को कई लोगों के द्वारा किया जा रहा है जिसके माध्यम से नए नए शोध करते हुए दवाइयों का विकास किया जाता है। ऐसे में यह कोर्स निश्चित रूप से फायदेमंद हो सकता है।
  • अगर आप किसी अस्पताल में काम करते हैं तो आपातकाल की स्थिति में भी आपको दिन रात काम करने की आवश्यकता नहीं होती है।
  • इसके माध्यम से आप दवाइयों के बारे में विशेष जानकारी हासिल कर सकते हैं।
  • आपको इस कार्य का अनुभव होता है वैसे वैसे आपकी सैलरी भी बढ़ती जाती है।

एम फार्मा के अंतर्गत होने वाली मुख्य परेशानी

आज के समय में एम फार्मा का कोर्स करना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसके माध्यम से बेहतर भविष्य की कल्पना की जा सकती है। लेकिन फार्मा के अंतर्गत कुछ मुश्किलों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जो खास तबके के छात्रों को सहना होता है।

जैसा कि हम सभी को पता है कि मेडिकल संबंधित या फार्मेसी से संबंधित पढ़ाई करने में छात्रों को खास परेशानी महसूस होती है, जो हिंदी मीडियम से संबंधित होते हैं या जिन्होंने हिंदी मीडियम से अपनी पढ़ाई पूरी की होती है। इसके साथ ही फार्मेसी में किसी भी सिलेबस को अंग्रेजी में ही पढ़ाया जाता है जिसमें मुख्य रुप से कई प्रकार के कठिन शब्दों और स्पेलिंग का इस्तेमाल किया जाता है ऐसे में काफी हद तक शुरुआत में हिंदी छात्रों को इससे परेशानी का सामना करना पड़ता है लेकिन धीरे-धीरे आदत हो जाने पर वे भी इसे सही तरीके से समझ पाते हैं।

फार्मेसी के बाद किया जाता है विदेशों की ओर प्रस्थान

कई बार ऐसी स्थिति भी देखी जाती है कि किसी भी प्रकार के फार्मेसी के कोर्स कर लेने के बाद छात्र विदेशों की ओर रुख करते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि छात्र विशेष रूप से फार्मेसी की पढ़ाई करने विदेश जाते हैं जहां पर उन्हें एक अच्छा पैकेज प्राप्त होता है।

इसके अतिरिक्त विदेशों में पढ़ाई करते हुए भी उन्हें कई सारी सुविधाएं प्राप्त होती हैं और वहां पर आर्थिक स्थिति को भी काफी हद तक मजबूत बना लिया जाता है। यही कारण है कि भारत से कई सारे विद्यार्थी फार्मेसी करने के बाद ही विदेशों में जाकर अपनी सेवाएं देते हैं और एक नया जीवन व्यतीत करते हैं।

एम फार्मेसी (M.Pharmacy) कोर्स देता है जीवन को नया आयाम

जैसे जैसे हमारे चारों ओर शिक्षा का विशेष रूप से विस्तार हो रहा है वैसे वैसे हमारे सिलेबस में भी कई प्रकार का विस्तार देखा जा रहा है। जहां तक एम फार्मेसी की बात है तो इस कोर्स को कर लेने के बाद जीवन को एक नया आयाम प्राप्त होता है।

जहां पर पीछे मुड़कर देखने की आवश्यकता नहीं होती और नित नए कार्यों के माध्यम से अपना विकास किया जा सकता है। फार्मेसी का कोर्स निश्चित रूप से ही भविष्य में आर्थिक मजबूती प्रदान करता है लेकिन इसके लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है, जो आगे बढ़ने के लिए सक्षम बनाती है।

Pharmacist (भेषजज्ञ) क्या होता है

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