पीटीआई टीचर कैसे बने ?



PTI Teacher: हमेशा से ही एक शिक्षक  की नौकरी को सबसे ज्यादा सुविधाजनक और सम्माननीय नौकरी के रूप में जाना जाता है।  हालांकि किसी भी स्कूल या विश्वविद्यालय में विषयों के आधार पर भिन्न भिन्न शिक्षकों का चयन किया जाता है, और उन्हीं में से एक पद PTI टीचर का होता है।

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अन्य शिक्षकों के समान ही PTI टीचर बनने के लिए भी विशेष पैमाना अपनाया जाता है, यही वजह है की एक पीटीआई टीचर भी बनना आसान नहीं होता है। इसलिए आज हम आपको पीटीआई टीचर बनने से संबंधित जानकारी देने वाले हैं आप जानेंगे पीटीआई टीचर कैसे बने ? PTI Teacher का फुल फॉर्म – क्वालिफिकेशन, सैलरी ताकि आप भी इस क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए सफलता हासिल कर सके।

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पीटीआई ( PTI) टीचर कौन होता है?

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मुख्य रूप से पीटीआई टीचर को एक ऐसे शिक्षक के रूप में जाना जाता है जिनका विद्यालय में प्रवेश शैक्षणिक स्तर पर किया जाता है। PTI टीचर के माध्यम से छात्रों को खेलकूद और अधिक कौशल के बारे में उचित जानकारी दी जाती है।



चूंकि अन्य विषयों के साथ साथ छात्र के जीवन में स्वयं को स्वस्थ्य रखना परम आवश्यक है, और यही पर एक PTI टीचर की भूमिका अहम हो जाती है। एक पीटीआई टीचर के माध्यम से छात्र विभिन्न शारीरिक क्रियाओं को करके खुद को स्वस्थ रखने की भी कोशिश करते हैं। ताकि किसी भी प्रकार की शारीरिक समस्या से बचा जा सकता है।

पीटीआई ( PTI) का फुल फॉर्म

प्रत्येक विद्यालय में पीटीआई टीचर की विशेष मान्यता होती है जिस का फुल फॉर्म “Physical training instructor” होता है जिसे हिंदी में “शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक” कहा जाता है।

पीटीआई ( PTI) टीचर बनने के लिए विशेष डिप्लोमा

अगर आप एक अच्छे पीटीआई टीचर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको शारीरिक शिक्षा में डिप्लोमा लेना होगा जो कि डीपीएड के नाम से जाना जाता है। इसके अंतर्गत विशेष रूप से कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को सुविधाएं प्राप्त होती हैं।

पीटीआई टीचर का पाठ्यक्रम लगभग 2 वर्षों का होता है जिसमें विद्यार्थियों को विशेष शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है। डीपीएड (DPED)  का कोर्स करने के लिए 50% अंक ग्रेजुएशन में हासिल होना चाहिए। इसके अतिरिक्त एससी, एसटी, ओबीसी वर्गों को विशेष रूप से आरक्षण प्राप्त है जिसके अंतर्गत भी आप इस पद को हासिल कर सकते हैं।

पीटीआई ( PTI) टीचर के लिए विशेष रूप से बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन का डिप्लोमा ( B.P.Ed)

यह प्रोग्राम मुख्य रूप से 6 से 10 कक्षा  तक के विद्यार्थियों के लिए शिक्षकों की नियुक्ति के लिए किया जाता है। इसके लिए कई प्रकार के विभिन्न प्रोग्राम में खेल कूद का आयोजन होता है। इस विशेष पाठ्यक्रम की अवधि 2 वर्ष होती है जो लगभग 4 सेमेस्टर में बंटी होती है।

बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन करने के लिए आपको स्नातक में कम से कम 50% अंक हासिल करने होंगे। इसके अलावा अगर आप पहले से ही खेलकूद में इच्छुक है तो आसानी के साथ ही इस कोर्स को पूरा करके आप एक अच्छी नौकरी हासिल कर सकते हैं।

पीटीआई टीचर ( PTI) के लिए विशेष रूप से मास्टर आफ फिजिकल एजुकेशन की डिग्री ( M.P.ED.)

  • यह पीटीआई टीचर बनने के लिए एक प्रकार का मास्टर डिग्री कार्यक्रम होता है जिसके अंतर्गत आप 11वीं से बारहवीं तक के छात्रों को विशेष रूप से प्रशिक्षित कर सकते हैं।
  • इसके अंतर्गत आप विभिन्न प्रकार के कॉलेजों में भी पीटीआई टीचर के लिए आवेदन कर सकते हैं, जो कम से कम 2 वर्ष की अवधि का होता है।
  • इस कोर्स को करने के लिए कम से कम 50% अंकों के साथ बीपीएड या फिर शारीरिक शिक्षा में स्नातक होना आवश्यक है।
  • अगर आप किसी आरक्षित वर्ग से आते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको विशेष छूट का प्रावधान प्राप्त होता है।

पीटीआई टीचर ( PTI ) बनने के लिए विशेष आयु सीमा

अगर आप पीटीआई टीचर बनना चाहते हैं और आपकी विषय रुचि है तो आप की आयु सीमा 18 वर्ष होनी चाहिए और अधिकतम 44 वर्ष आयु सीमा होना निर्धारित किया गया है। लेकिन अगर आपने एमपीएड का कोर्स किया है, तो ऐसे में आयु सीमा का कोई भी प्रतिबंध नहीं होता है और आप किसी भी आयु सीमा में रहते हुए यह कोर्स पूरा कर सकते हैं।

पीटीआई टीचर ( PTI) के विभिन्न प्रकार

अगर आप एक अच्छे पीटीआई टीचर बनना चाहते हैं तो इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार की पोस्ट होती है जहां पर आप अपनी इच्छा अनुसार चयन करते हुए अच्छी नौकरी हासिल कर सकते हैं।

  • स्पोर्ट्स कोच— यह एक ऐसे टीचर की भूमिका होती है, जहां पर किसी विशेष खेल को निर्देशित किया जाता है जिसके अंतर्गत क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल, जैसे खेलों को खिलाने का काम किया जाता है। जिसमें खिलाड़ियों को सही दिशा निर्देश का ध्यान देते हुए आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है और सही तरीके से नियमों का पालन करना सिखाया जाता है।
  • शारीरिक प्रशिक्षक— यह एक ऐसा प्रशिक्षक होता है जो विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के व्यायाम के माध्यम से फिट रहना सिखाते हैं जिससे शारीरिक स्वास्थ्य को सही बनाया जा सकता है।
  • स्वास्थ्य कोच— यह एक ऐसा संरक्षक होता है जिसके माध्यम से विद्यार्थियों और लोगों को स्वस्थ रहना सिखाया जाता है साथ ही साथ स्वस्थ जीवन शैली के बारे में भी जानकारी दी जाती है।
  • क्रिकेट कोच— यह एक ऐसे व्यक्ति के रूप में होते हैं, जो विशेष रूप से क्रिकेट कार्यों का प्रशिक्षण देते हैं और विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा बारीकी सिखाते हैं ताकि वे विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता में शामिल हो सकें।

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पीटीआई टीचर ( PTI) बनने के लिए चयन प्रक्रिया

अगर आप एक अच्छे पीटीआई टीचर बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको विभिन्न प्रकार की चयन प्रक्रिया से गुजरना होगा जो विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों के माध्यम से ली जाती हैं।

इसके लिए सबसे पहले आपको लिखित परीक्षा और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर चयन किया जाता है और उसके बाद विभिन्न प्रकार के उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार की जाती है जिसके अंतर्गत पर्सनल बोर्ड के द्वारा भी इंटरव्यू लेने का प्रावधान रखा गया है जिसके बाद ही आपकी चयन प्रक्रिया पूरी मानी जाती है। इसके अतिरिक्त कुछ विद्यालयों और महाविद्यालयों की चयन प्रक्रिया अलग प्रकार की होती है जहां पर कुछ अलग तरीके से लिखित परीक्षा लेते हुए चयन प्रक्रिया को पूरा किया जाता है।

पीटीआई टीचर ( PTI) को मिलने वाली सैलरी

आज के समय में टीचर बनना एक बहुत ही गर्व का पद  माना जाता है और अगर आप एक पीटीआई टीचर है ऐसी स्थिति में आपको प्रति महीने ₹10000 से लेकर ₹20000 आसानी के साथ प्राप्त होते हैं। अगर आप कहीं सरकारी रूप से कार्यरत हैं ऐसे में पे बैंड टू के अनुसार ₹9300 से ₹34800 प्रति महीने प्राप्त होते हैं। ऐसे में प्रत्येक राज्य के पीटीआई टीचर को मिलने वाली सैलरी अलग-अलग होती है जिसमें समय के साथ वृद्धि की जाती है।

पीटीआई टीचर ( PTI ) बनने के लिए फीस

अगर आप एक अच्छे पीटीआई टीचर बनना चाहते हैं तो इसके लिए अलग-अलग कॉलेजों की हिसाब से अलग-अलग फीस निर्धारित की जाती है, जहां पर आपको ₹10000 प्रति माह से लेकर लगभग ₹1,00000 प्रति माह की फीस देनी होती है जिसके आधार पर ही आप आगे की शिक्षा पूरी कर सकते हैं। ऐसे में आप अपनी इच्छा अनुसार पीटीआई टीचर बनने के लिए स्थानीय कॉलेज से भी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और बच्चों को नई दिशा दे सकते हैं |

पीटीआई टीचर ( PTI ) बनने की शुरुआत

अगर आपने यह इच्छाशक्ति व्यक्त की है जहां आप पीटीआई टीचर बनना चाहते हैं ऐसी स्थिति में आपको निश्चित रूप से ही एक बैचलर डिग्री प्राप्त करना होगी और जिसके बाद आप बीपीएड कोर्स करते हुए आगे बढ़ सकते हैं।

लेकिन अगर आपने इसकी तैयारी पहले से कर रखी हो तो आसानी के साथ ही आप सरकारी नौकरी में भी आ सकते हैं जहां आप अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।

पीटीआई टीचर के लिए विशेष रूप से रोजगार के क्षेत्र

अगर आप एक पीटीआई टीचर हैं, तो उन के माध्यम से आप विशेष रूप से रोजगार के क्षेत्र प्राप्त कर सकते हैं–

  • सरकारी विद्यालय में |
  • सार्वजनिक विद्यालयों में |
  • निजी स्कूलों में |
  • फिटनेस सेंटर में |
  • ऑनलाइन स्वास्थ्य कोचिंग देते हुए |

पीटीआई टीचर ( PTI ) बनने के फायदे

अगर आप एक अच्छे पीटीआई टीचर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ विशेष फायदे प्राप्त होते हैं–

  • इससे आपको उच्च नौकरी में सुरक्षा प्राप्त होती है जिसके माध्यम से आगे बढ़ पाने के लिए सजग होते हैं।
  • इसके माध्यम से छात्रों को विशेष रूप से शारीरिक स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए जागरुक किया जा सकता है।
  • पीटीआई टीचर बनने के बाद आप खुद को भी फिट रख सकते हैं जिससे दूसरों को प्रेरणा प्राप्त होती है।
  • पीटीआई टीचर बनने के बाद आपको छात्रों का विशेष प्रेम प्राप्त होता है जिसके अंतर्गत आप उन्हें विभिन्न खेलों के लिए जागरूकता लाते हुए आगे बढ़ा सकते हैं।
  • ऐसे में बच्चों के विभिन्न प्रकार से उत्सुकता को देखते हुए उन्हें विभिन्न खेलों के प्रति आगे बढ़ाने का भी कार्य किया जा सकता है।

पीटीआई टीचर ( PTI) बनने के लिए टॉप के कॉलेज

अगर आप एक अच्छे पीटीआई टीचर बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आप इन मुख्य कालेजों के माध्यम से ही शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।

  1. लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फिजिकल एजुकेशन, ग्वालियर |
  2. वाईएमसीए कॉलेज आफ फिजिकल एजुकेशन, चेन्नई |
  3. इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंसेज, दिल्ली |
  4. ज्योतिबा कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, नागपुर |
  5. गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, भुनेश्वर |
  6. बलिया पाल कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, बालासोर |
  7. कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, पुणे |
  8. एस ई एसएस कॉलेज ऑफ फिजिकल एंड कॉलेज ऑफ एजुकेशन, जलगांव |

पीटीआई टीचर ( PTI) के विशेष कर्तव्य

अगर आप एक पीटीआई टीचर हैं, तो ऐसे में आपका कर्तव्य होता है कि आप छात्रों को खेलों के प्रति जागरुक रह सके साथ ही साथ विभिन्न प्रकार की छात्रों की प्रगति पर भी निगरानी रखी जा सके ताकि उन्हें सीखने का पूरा मौका मिल सके। इसके अतिरिक्त अगर आपके पास कोई विकलांग छात्र है, तो ऐसे में उसकी सभी जरूरतों को पूरा करते हुए उसे भी भरपूर मौका देना होगा ताकि वे आगे बढ़ सके।

एक पीटीआई टीचर को एक ऐसा वातावरण बनाना होता है जिसके अंतर्गत बच्चा खुद को सुरक्षित महसूस कर सके और अपनी विभिन्न जरूरतों को पूरा करते हुए पीटीआई टीचर का सम्मान कर सके। इसके लिए पीटीआई टीचर को कई प्रकार से ध्यान रखना होता है जिसके अंतर्गत पोषण और स्वास्थ्य, प्राथमिक चिकित्सा, कक्षा प्रबंधन पर भी विशेष जोर दिया जाता है ताकि किसी भी प्रकार से बच्चे को कमी महसूस ना हो सके और पीटीआई टीचर का कर्तव्य पूरा हो जाए।

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