एमआर (MR) कैसे बने ?



आज के समय में मेडिकल जगत में कई सारी उपलब्धियों को हासिल किया है जिनके माध्यम से आप निश्चित रूप से ही आगे बढ़ सकते हैं और दूसरों को भी मदद कर सकते हैं।

ऐसे में मेडिकल जगत में नित नई खोजें की जा रही है, जो कहीं ना कहीं मानव के समक्ष आने वाली दिक्कतों को कम करने वाली है। आज हम आपको इसी कड़ी में एम आर (MR)  के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं, जो आपके लिए भी कहीं ना कहीं फायदेमंद साबित होने वाले हैं।

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एम आर (MR) क्या होता है?

एमआर (MR) का काम बहुत ही जिम्मेदारी वाला होता है,  प्रायः उसे चिकित्सा प्रतिनिधि के रूप में जाना जाता है। एमआर को मुख्य रूप से मेडिकल संबंधित उत्पादों का निराकरण करने हेतु प्रतिनिधि चुना जाता है, जो मुख्य रूप से विभिन्न प्रकार की कंपनियों, एजेंसियों के पास जाकर मेडिकल प्रोडक्ट या मेडिसिन को सेलिंग करने का काम करते हैं |

ऐसे में इनका संपर्क मुख्य रूप से कई सारे ऐसे कंपनियों के साथ ही होता है इसमें मुख्य रूप से मेडिकल संबंधित उत्पादों को बनाने का काम करते हैं और उन्हें सही तरीके से निर्यात करने का कार्य किया जाता है |

एमआर (MR) का फुल फॉर्म?

सामान्य बोलचाल की भाषा में तो हम एमआर कहते हैं लेकिन अगर इसे विस्तृत रूप से देखा जाए तो इसे “मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव ( medical representative)” कहा जाता है।

एमआर (MR) को हिंदी में क्या कहा जाता है?

एमआर को हिंदी में “चिकित्सा प्रतिनिधि” कहा जाता है। लेकिन ज्यादातर इंग्लिश शब्दों का ही इस्तेमाल किया जाता है।

एमआर (MR) कैसे बने?

अगर आप एमआर (MR) बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आप मुख्य रूप से आगे बढ़ सकते हैं और निश्चित रूप से ही एक अच्छी पोस्ट हासिल की जा सकती है।

एमआर (MR) बनने के लिए आपके पास बी फार्मा, डी फार्मा का डिप्लोमा व डिग्री होना आवश्यक है। जिसके बाद आपको आसानी के साथ किसी भी मेडिकल कंपनी में जॉब मिल सकती है। इसके अलावा भी यदि आपने बीएससी में ग्रेजुएशन की हैं, तो भी आप एमआर कर सकते हैं।

अगर आप एमआर बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपकी कम्युनिकेशन स्किल बहुत अच्छी होनी चाहिए ताकि आप दूसरे लोगों के साथ इंटरेक्ट कर सकें साथ ही साथ आपकी अंग्रेजी भी अच्छी होनी चाहिए ताकि आप विभिन्न प्रकार के उत्पादों के लिए प्रचार कर सके और सेलिंग कर सके।

एमआर (MR) का मुख्य काम

एमआर फार्मा कंपनी के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है, जो डॉक्टरों के माध्यम से भी जुड़ी हुई होती है। ऐसे में एमआर का मुख्य काम अपने कंपनी के उत्पादों को बढ़ावा देना है साथ ही साथ अपनी कम्युनिकेशन स्किल का उपयोग करते हुए प्रोडक्ट को बैचना भी होता है।

अपने प्रोडक्ट को सही तरीके से आगे बढ़ाने के लिए सही रणनीति का इस्तेमाल करना एमआर का काम होता है। इसके अलावा उन्हें डॉक्टरों और हॉस्पिटल की एक सूची बनाने होती है ताकि समय-समय पर उन डॉक्टरों को अपना प्रोडक्ट भेजा जा सके।

हम एमआर के काम को इसलिए भी महत्वपूर्ण समझ सकते हैं क्योंकि यह कंपनी के प्रतिनिधित्व करते हुए बहुत ही चुनौतीपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो काफी देर तक अपना काम करते हुए अपनी नौकरी को सुरक्षित रखते हैं।

एमआर (MR) से जुड़े कुछ मुख्य कोर्स

अगर आप मेडिकल क्षेत्र में रहते कुछ मुख्य कोर्स करना चाहते हैं तो हम आपको विस्तृत से जानकारी देंगे ताकि आप भी सही तरीके से आकलन करते  हुए कोर्स का का चुनाव कर सके।

  1. डी फार्मा (डिप्लोमा इन फार्मेसी)
  2. बी फार्मा (बैचलर ऑफ फार्मेसी)
  3. एम फार्मा (मास्टर ऑफ फार्मेसी)
  4. पीजी डिप्लोमा इन फार्मा मार्केटिंग |
  5. फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री |
  6. डिप्लोमा इन फार्मा मार्केटिंग |
  7. एडवांस डिप्लोमा इन फार्मा मार्केटिंग |
  8. बैचलर आफ फिजियोथैरेपी |
  9. मास्टर इन पब्लिक हेल्थ हॉस्पिटल मैनेजमेंट |
  10. फिजिकल रिसर्च क्वालिटी एश्योरेंस |

एमआर (MR) कोर्स करने के लिए कुछ प्रमुख संस्थान

अगर आप एमआर कोर्स  करना चाहते हैं, तो हम आपको कुछ मुख्य संस्थानों की जानकारी देने वाले हैं जो इस क्षेत्र में अत्यन्त प्रसिद्धि हासिल कर चुके हैं।

  1. कॉलेज आफ फार्मेसी दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली |
  2. इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी सीएसजेएम यूनिवर्सिटी, कानपुर |
  3. मणिपाल कॉलेज आफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज, मणिपाल |
  4. कॉलेज ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंस, विशाखापट्टनम |
  5. मुंबई कॉलेज ऑफ फार्मेसी, मुंबई |
  6. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, मोहाली |
  7. यूनिवर्सिटी इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज, चंडीगढ़ |
  8. जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी द नीलगिरी, तमिल नाडु |
  9. एलएन कॉलेज ऑफ फार्मेसी, अहमदाबाद |
  10. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, तिरुअनंतपुरम केरल |

कैसे करें एमआर ( MR) की इंटरव्यू की तैयारी

अगर आप मेडिकल क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं और एमआर की नौकरी हासिल करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको काफी तैयारी करनी होगी।जब भी आप इसकी तैयारी करते हैं, तो सबसे पहले आपका इंटरव्यू लिया जाता है जिसमें आपकी कंपनी का प्रोफाइल और फिर कंपनी के बारे में विभिन्न उत्पादों के बारे में जानकारी होना आवश्यक माना गया है।

इंटरव्यू में विभिन्न प्रकार की मेडिकल फैसिलिटी और मेडिसिन के बारे में भी सवाल किए जाते हैं, जो कहीं ना कहीं आपके लिए फायदेमंद होते हैं। ऐसे में आपको निश्चित रूप से ही सही जवाब देना होगा और ज्यादा से ज्यादा तैयारी इसी टॉपिक पर करनी होगी ताकि आप सही तरीके से आगे बढ़ सके।

एमआर (MR) में मिलने वाला प्रशिक्षण

अगर आप एक अच्छे एम आर बनना चाहते हैं,  तो इसके लिए आपको ज्यादा परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसके लिए आपको विभिन्न प्रकार के विषयों जिनमें एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, फॉर्मकोलॉजी, सेल्समैनशिप  का प्रशिक्षण दिया जाता है।

जहां आपको कई प्रकार के उत्पादों और प्रोडक्ट की भी जानकारी दी जाती है और इसके अलावा आपको कुछ दिनों की फील्ड ट्रेनिंग दी जाती है। जब आप एक कुशल एमआर बन जाते हैं उसके बाद आपको किसी वरिष्ठ अधिकारी के अंतर्गत कार्य करना होता है।

बी फार्मा (B.Pharma) क्या होता है ?

एमआर (MR) कोर्स करने के बाद मिलने वाले नौकरी के अवसर

आज के समय में अगर आप किसी भी प्रकार का कोर्स  करते हैं, तो निश्चित रूप से ही नौकरी के अवसर आपके लिए खुल जाते हैं, जो निम्न है।

  • रिसर्च एजेंसी |
  • मेडिकल डिस्पेंसरी स्टोर |
  • मार्केट रिसर्च एनालिस्ट |
  • टेक्निकल फार्मेसी |
  • क्लिनिकल फार्मेसी |
  • Clinical researcher.
  • मेडिकल राइटर |
  • हॉस्पिटल फार्मेसी |
  • एनालिटिकल केमिस्ट |
  • मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव |
  • फार्मासिस्ट |

फार्मा मार्केटिंग की  कुछ बड़ी कंपनियां

  • Cipla.
  • Ranbaxy.
  • Piramal.
  • Sun pharma.
  • Pfizer.
  • Glaxo.

एमआर (MR).को मिलने वाली सैलरी

आज के समय में प्रत्येक मेडिकल कंपनी को एमआर की विशेष आवश्यकता होती है जिसमें एमआर का प्रारंभिक वेतन आज के समय में ₹15000 से ₹20,000 प्रति माह होता है। लेकिन यदि  आपको 5 से 10 सालों का अनुभव हो ऐसे में आप आसानी के साथ ही ₹ 30,000 से ₹35000 प्रति महीने कमा सकते हैं। इसके अलावा अगर आप टारगेट पूरा कर लेते हैं, तो आपको इंसेंटिव और टीए /डीए भी प्राप्त होता है।

किसी भी एम आर (MR) में मिलने वाली स्कील

अगर आप किसी भी कंपनी के लिए एमआर का काम करते हैं तो निश्चित रूप से ही आपके अंदर इन मुख्य स्किल का होना आवश्यक है।

  1. एमआर (MR)  की  कम्युनिकेशन स्किल हमेशा अच्छी होना चाहिए।
  2. ऐसे मे प्रेजेंटेबल  होना चाहिए ताकि उनका प्रभाव पड़ सके।
  3. किसी भी एमआर में मार्केटिंग का कौशल होना चाहिए ताकि सही तरीके से अपने उत्पादों को बेच सकें।
  4. इसके अलावा एमआर के पास बॉडी लैंग्वेज अच्छी होनी चाहिए।
  5. एम आर को हमेशा हिंदी और अंग्रेजी भाषा का सही ज्ञान होना चाहिए।

एमआर (MR) को मिलने वाली पदोन्नति

यदि किसी कंपनी के द्वारा कार्यरत एमआर ने बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया हो ऐसी स्थिति में उनकी पदोन्नति होना आवश्यक माना जाता है। यदि किसी एमआर की पदोन्नति हो जाती है इसके बाद इन मुख्य पोस्ट को प्राप्त किया जा सकता है।

  1. Divisional sales manager.
  2. डिविजनल कंट्रोलर |
  3. Area manager |
  4. Deputy  marketing manager.
  5. मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव |

एमआर (MR) के इंटरव्यू में ध्यान देने योग्य बातें

यदि आप एमआर के इंटरव्यू के लिए जाना चाहते हैं ऐसे में कुछ बातों को ध्यान रखना होगा ताकि आप जल्द ही सेलेक्ट हो जाए।

  1. जब भी आप इंटरव्यू के लिए जाएं तो हमेशा नियत समय से पहले जाना ही आपके लिए फायदेमंद होगा।
  2. इसके अलावा अपने पहनावे पर भी विशेष रूप से ध्यान देना होगा जहां लड़के शर्ट, पैंट और टाई लगा सकते हैं तो वही लड़कियां पैंट शर्ट, लेडीज सूट भी पहन सकती हैं और साथ में जूते हमेशा चमकते हुए होने चाहिए।
  3. जब भी आप अपना रिज्यूम देने जाते हैं, तो हमेशा उसकी एक कॉपी हमेशा अपने पास रखी होनी चाहिए।
  4. जब इंटरव्यू में आपसे किसी प्रकार की बातों को पूछा जाता है, तो घबराने की बजाय शांतिपूर्वक ढंग से सुनते हुए जवाब देना चाहिए।
  5. किसी भी कंपनी के लिए इंटरव्यू देने से पहले पूरी जानकारी होना जरूरी है।
  6. इंटरव्यू देते समय हमेशा अपने मोबाइल को साइलेंट पर रखना चाहिए | साथ ही साथ आई कांटेक्ट बना कर रखना चाहिए।
  7. इंटरव्यू देते समय हमेशा चेहरे पर स्माइल होनी चाहिए ताकि सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त हो सके।

एमआर ( MR) का करियर स्कोप

एमआर का करियर बहुत ही ऊंचा माना जाता है जहां पर आपको हमेशा नए-नए दवाइयों के बारे में जानकारी हासिल होती है और इसके माध्यम से हमेशा फार्मास्यूटिकल कंपनियों में एमआर की पूछ परख बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आप एमआर के स्कोप को देखते हैं, तो निश्चित रूप से ही आपको फायदा होता है और आप आगे बढ़ पाने के लिए सक्षम होते हैं।

ऐसे में अगर आप एमआर का कोर्स करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकता है क्योंकि आने वाले समय में भी कई सारी सुविधाएं इस नौकरी के माध्यम से प्राप्त हो सकती हैं।

विदेशों में भी है एमआर का महत्व

अगर आप भारत के अलावा विदेशों में भी एमआर के बारे में उचित जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो यहां पर एक बात बताना महत्वपूर्ण है कि विदेशों में भी एमआर का काफी हद तक महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है जिनकी वजह से कई सारे मेडिकल प्रोडक्ट को जांचा और परखा जाता है। कई सारे हॉस्पिटल और क्लीनिक होते हैं, जहां पर दवाइयों की सप्लाई की जाती है।

इसके अलावा अगर आप विदेशों में भी एमआर के स्कोप को देखते हैं, तो पता चलता है कि यह सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी एक लोकप्रिय नौकरी है जिसके माध्यम से लोग निरंतर आगे बढ़ते रहने में सफल हैं और आने वाले कुछ दशकों में भी इनका महत्व और भी बढ़ने वाला है क्योंकि यह ग्लोबल रूप से विश्व को एक करने की जिम्मेदारी निभाते हैं।

D Pharma क्या होता है ?

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