बीकॉम (B.Com) क्या होता है ?



जिस प्रकार लोगों को पढ़ाई का महत्व समझ में आ रहा है, उसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में भी लोगों की तरक्की हो रही है। आज के समय में हर व्यक्ति को शिक्षा ग्रहण करना काफी आवश्यक हो गया है। विद्यार्थी वर्ग अपने अच्छे करियर को बनाने के लिए अपने इंटरेस्ट के हिसाब से अलग-अलग फील्ड की एजुकेशन हासिल करते हैं।

यही वजह है कि एजुकेशन की परामर्श से संबंधित कई आर्टिकल इंटरनेट पर पर आजकल सर्च किए जाते हैं। बात करें अगर बीकॉम कोर्स की तो यह एक ऐसा कोर्स है, जो अधिकतर विद्यार्थी 12वीं कक्षा को पास करने के बाद करना पसंद करते हैं, खासतौर पर जिन्हें बैंकिंग के क्षेत्र में करियर बनाना होता है। अतः आज हम इस पोस्ट के जरिए हम आपको B.COM क्या है? और बीकॉम से संबंधित पूरी जानकारी हिंदी में दे रहे हैं।

बीएमएम कोर्स (BMM Course) क्या है ?

बीकॉम (B.COM) क्या है?

12वीं के बाद किया जाने वाला बीकॉम एक लोकप्रिय कोर्स है, जिसे अधिकतर ऐसे विद्यार्थी करते हैं जिन्हें बैंकिंग के क्षेत्र में जाने में रुचि होती है। बीकॉम को अंग्रेजी में बैचलर ऑफ कॉमर्स कहां जाता है और हिंदी भाषा में इसे वाणिज्य में स्नातक कहा जाता है।

जो विद्यार्थी बैचलर ऑफ कॉमर्स कोर्स की पढ़ाई करते हैं उन्हें इस कोर्स की पढ़ाई के अंतर्गत बिजनेस, इनकम टैक्स, बैंकिंग, फाइनेंस और अकाउंटिंग से संबंधित बातें सिखाई और पढ़ाई जाती है।

बैचलर ऑफ कॉमर्स का कोर्स करने के बाद विद्यार्थी बिजनेस फील्ड में और एकाउंटिंग बैंकिंग में अपने करियर को स्थापित करने का प्रयास कर सकते हैं। इस कोर्स को पूरा करने के बाद जब विद्यार्थियों को डिग्री हासिल हो जाती है, तब वह ग्रेजुएट कहे जाने लगते हैं।

बैचलर ऑफ कॉमर्स को करने के बाद आप चाहे तो इसी की उच्चतम डिग्री मास्टर ऑफ कॉमर्स यानी कि एमकॉम को भी कर सकते हैं। 12वीं के बाद अगर आप बीकॉम करते हैं, तो इसके लिए आपको 3 साल का समय देना पड़ता है, जिसके अंतर्गत आपको कुल 6 सेमेस्टर की पढ़ाई करनी पड़ती है और आपको हर सेमेस्टर की एग्जाम देनी पड़ती है।

B. com के इस कोर्स करने के लिए आपको 12वीं कक्षा को किसी भी स्ट्रीम के साथ पास करने के बाद इस में दाखिला लेना होता है, जिसके अंतर्गत आपको कुछ कॉलेज में एंट्रेंस एग्जाम देने के बाद एडमिशन मिलता है तो कुछ कॉलेज आपको सीधा इस कोर्स में एडमिशन दे देते हैं।

इस कोर्स को करने के लिए आपको रेगुलर पढ़ाई करनी पड़ती है। बता दें कि बैचलर ऑफ कॉमर्स की डिग्री एक प्रोफेशनल डिग्री होती है और 3 सालों में इसे पूरा करके आप गवर्नमेंट नौकरी, प्राइवेट नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं या फिर आगे की शिक्षा भी ग्रहण कर सकते हैं।

बीकॉम ( B.COM ) का फुल फॉर्म क्या है?

B.COM का संक्षिप्त नाम “BACHELOR OF COMMERCE” है। यह एक अंडर ग्रेजुएशन डिग्री प्रोग्राम होता है, जिसमें एडमिशन पाने के लिए आपको 12वीं कक्षा को किसी भी स्ट्रीम के साथ पास करना पड़ता है। जो विद्यार्थी बैचलर ऑफ कॉमर्स का कोर्स करते हैं, उन्हें इसके अंतर्गत पैसों का लेनदेन, एकाउंटिंग, इनकम टैक्स, पीएफ तथा फाइनेंस से संबंधित कई बातें सिखाई और पढ़ाई जाती है।

बीकॉम (B.COM) कैसे करें?

बीकॉम कोर्स करना कोई बड़ी बात नहीं है। आपको 12वीं पास करने के बाद इसमें एडमिशन लेना पड़ता है। फिलहाल नीचे हम आपको स्टेप बाय स्टेप बीकॉम कोर्स करने की प्रक्रिया बता रहे हैं।

दसवीं कक्षा पास करें।

बीकॉम कोर्स करने का अपना सफर आपको हाईस्कूल की कक्षा से चालू करना पड़ेगा। दसवीं क्लास में आपको गणित, अर्थशास्त्र जैसे विषयों में अच्छी पढ़ाई करनी पड़ेगी और अच्छे अंकों के साथ दसवीं क्लास को पास करना पड़ेगा।

11वीं में कॉमर्स स्ट्रीम का चुनाव करें।

दसवीं कक्षा पास करने के बाद यूं तो आप आर्ट्स या फिर साइंस स्ट्रीम से भी पढ़ाई करके 12वीं कक्षा पास आउट करके बीकॉम कोर्स के लिए योग्य हो सकते हैं।

लेकिन अगर आप एक कॉमर्स के स्टूडेंट हैं तो गणित, अकाउंट, अर्थशास्त्र जैसे विषयों का बारीकी से अध्ययन करने के कारण आपको बारहवीं कक्षा के बाद बीकॉम के सिलेबस को पढ़ने में और ग्रेजुएशन में अच्छे अंको से पास होने में मदद मिलेगी।

इसलिए संभव हो तो 11वीं कक्षा से ही कॉमर्स स्ट्रीम का चुनाव कर बीकॉम करने के अपने इस सपने में सही रास्ते का चुनाव करें। और साथ ही 12वीं की बोर्ड परीक्षा में मन लगाकर पढ़ाई करें ताकि आपके अच्छे अंक आए और आपको किसी अच्छे गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन का मौका प्राप्त हो।

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कोर्स में एडमिशन लें।

12वीं क्लास पास करने के बाद आपको बीकॉम के कोर्स में एडमिशन पाने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरना पड़ता है और कुछ यूनिवर्सिटी ऐसी है, जहां पर आपको एडमिशन पाने के लिए टेस्ट भी देना पड़ता है। इस प्रकार इस प्रक्रिया को पार करने के बाद आपको बैचलर ऑफ कॉमर्स के कोर्स में एडमिशन मिल जाता है, उसके बाद आपको लगातार तीन साल की मेहनत करके पढ़ाई करनी पड़ती है। नीचे हमने आपको कोर्स में एडमिशन पाने के लिए जो एंट्रेंस एग्जाम दी जाती है, उनके नाम बताएं है।

  • NPAT
  • IPU CET
  • AIMA UGAT
  • SAUT
  • BHU UET,

बीकॉम (B. COM) एंट्रेंस एग्जाम का सिलेबस क्या है?

नीचे हमने आपको बीकॉम के एंट्रेंस एग्जाम में जो सिलेबस होते हैं, उसकी पर्याप्त जानकारी उपलब्ध करवाई है।

  • एकाउंटेंसी |
  • मैथमेटिक्स |
  • बिज़नेस स्टडीज |
  • कर्रेंटस अफेयर |
  • बेसिक कंप्यूटर क्वेश्चन |
  • वर्बल और लोकल रिजनिंग |

बीकॉम (B. COM) के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या है?

बैचलर ऑफ कॉमर्स कोर्स की गिनती अंडर ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स में होती है। इसीलिए 12वीं कक्षा पास करने के बाद विद्यार्थी वर्ग इसमें एडमिशन पाने का प्रयास कर सकते हैं। याद रखें कि 12वीं कक्षा में आपके जितने अच्छे परसेंटेज रहेंगे, उतना ही इस बात का ज्यादा चांस है कि आपको गवर्नमेंट कॉलेज प्राप्त हो। गवर्नमेंट कॉलेज मिल जाने पर आपको कम फीस इस कोर्स को करने के लिए भरनी पड़ती है। 12वीं क्लास में आप किसी भी सब्जेक्ट की या फिर किसी भी स्ट्रीम से पढ़ाई कर सकते हैं और उसके बाद इस कोर्स में एडमिशन पाने का प्रयास कर सकते हैं।

बी कॉम (B. COM) के सब्जेक्ट क्या है?

बैचलर ऑफ कॉमर्स के कोर्स में आपको बीकॉम के अलग-अलग सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं, जो के नीचे बताए अनुसार हैं।

  • इकोनॉमिक्स |   
  •  बैंकिंग |
  • बिज़नेस लॉ |  
  •  टैक्सेशन |        
  • कम्पनी लॉ |      
  • फाइनेंसियल एकाउंटिंग | 
  •  कॉस्ट एकाउंटिंग |       
  •  इनकम टैक्स |
  •  मैनेजमेंट |      
  •  बिज़नेस आर्गेनाईजेशन |

बीकॉम (B. COM) की फीस कितनी है?

हर यूनिवर्सिटी और कॉलेज में आपको बैचलर ऑफ कॉमर्स के कोर्स को करने के लिए अलग-अलग फीस भरनी पड़ेगी। हालांकि एक बात तो तय है कि अगर आपको गवर्नमेंट कॉलेज में इस कोर्स में एडमिशन प्राप्त होता है, तो आपको प्राइवेट कॉलेज की तुलना में कम फीस भरनी पड़ेगी।

एक अंदाज के अनुसार देखा जाए तो गवर्नमेंट कॉलेज में बैचलर ऑफ कॉमर्स की सालाना फीस ₹10,000 से लेकर के ₹30,000 के आसपास होती है। वही प्राइवेट कॉलेज में इसकी सालाना फीस कम से कम ₹40,000 से लेकर के 1 लाख तक होती है।

इस प्रकार गवर्नमेंट कॉलेज से इस कोर्स को आप 3 सालों में पूरा करने पर तकरीबन अधिक से अधिक ₹1,00000 की फीस भरेंगे। वहीं प्राइवेट कॉलेज में इस कोर्स को करने के लिए 3 सालों में आप अधिक से अधिक ₹3,00000 से लेकर ₹4,00000 तक की फीस भरेंगे।

बीकॉम (B. COM) के बाद क्या करें?

बीकॉम की डिग्री हासिल कर लेने के बाद आप चाहे तो किसी भी प्रकार की गवर्नमेंट नौकरी को पाने के लिए एग्जाम के फॉर्म भर सकते हैं। इसके अलावा आप किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं।

अगर आप आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आप मास्टर ऑफ कॉमर्स, मास्टर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन जैसे कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। ऐसा करने पर आप पोस्ट ग्रेजुएट कहलाने लगेंगे।

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बीकॉम (B. COM) के बाद कहां नौकरी मिलेगी?

  • अकाउंटेंट |
  • बैंकिंग और इन्शुरन्स |
  • टैक्स कंसलटेंट |
  • कंपनी सेक्रेटरी |
  • चार्टर्ड अकाउंटेंट |
  • एचआर |
  • स्टॉक ब्रोकरेज |
  • इनकम टैक्स डिपार्टमेंट |
  • इंडियन रेलवे |
  • इंडियन नेवी |
  • सिविल सर्विस में नौकरी |
  • इंडियन आर्मी |
  • इंडियन एयरफोर्स |

बीकॉम (B. COM) करने के फायदे क्या है?

  • बैचलर ऑफ कॉमर्स कोर्स करने के बाद आप एमकॉम, एमबीए और एमसीए जैसे कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं और इसे करके पोस्टग्रेजुएट बन सकते हैं।
  • इस कोर्स को सफलतापूर्वक पास करने के बाद आप अकाउंटिंग की फील्ड में अपने करियर को स्थापित कर सकते हैं।
  • इसे करने के बाद आप चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) के कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं।
  • बैचलर ऑफ कॉमर्स पासआउट अभ्यर्थी गवर्नमेंट और प्राइवेट नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
  • इस कोर्स को पूरा करने के बाद आपको फाइनेंस अकाउंटिंग और टैक्स की अच्छी इंफॉर्मेशन हासिल हो जाती है।
  • इसे करने के बाद अधिकतर विद्यार्थी बैंक में नौकरी पाने का प्रयास करते हैं।
  • किसी भी दुकान में आप अकाउंट के काम को इस कोर्स को पूरा करने के बाद संभाल सकते हैं।

बीकॉम (B. COM) के लिये इंडिया के बेस्ट कॉलेज कौन से हैं

  • श्री राम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स – न्यू दिल्ली
  • जैन यूनिवर्सिटी – बंगलोरे
  • यूनिवर्सिटी ऑफ़ राजिस्थान – जयपुर
  • लखनऊ यूनिवर्सिटी – लखनऊ
  • चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी – चंडीगढ़
  • एनआईएमएस यूनिवर्सिटी – जयपुर
  • हंस राज कॉलेज – न्यू दिल्ली
  • बीबीडी यूनिवर्सिटी – लखनऊ
  • गार्डन सिटी यूनिवर्सिटी – बंगलोर
  • निज़ाम कॉलेज – हैदराबाद

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